खूंटी, झारखंड, 8 सितंबर 2025:
झारखंड के खूंटी जिले में प्रशासन की उदासीनता से तंग आकर ग्रामीणों ने खुद श्रमदान करके डायवर्जन रोड बना डाला। लगभग 80 दिन पहले बाढ़ और भारी बारिश के कारण बनई नदी पर बना पुल ढह गया था, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता से परेशान होकर पेलोल और आसपास के गांवों के करीब 300 लोगों ने खुद आगे आकर वैकल्पिक मार्ग तैयार किया।
स्थानीय विधायक के आश्वासन बेअसर
ग्राम प्रधान शिव शंकर तिरु ने बताया कि स्थानीय विधायक राम सूर्य मुंडा और जिला प्रशासन की ओर से सिर्फ आश्वासन ही दिए गए, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पुल ढहने के बाद बच्चों, गर्भवती महिलाओं, किसानों और व्यापारियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। मजबूर होकर ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर और श्रमदान से 200 मीटर लंबा तथा 5 मीटर चौड़ा डायवर्जन रोड तैयार किया।
उन्होंने कहा, “हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। श्रमदान से यह रास्ता बनाकर हमने न केवल अपने लिए सुरक्षित मार्ग तैयार किया है, बल्कि जोखिम से भी बचाव किया है।”
ग्रामीणों का संगठित प्रयास
पेलोल, बिचना, किंजला, अंगरा बड़ी, सरित खेल, घाघरा, डोरमा, सुंगी और हस्सा सहित आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने रविवार दोपहर जुटकर सड़क निर्माण में योगदान दिया। चंदे से 10,000 रुपये एकत्र किए गए और पत्थर, सीमेंट, रेत तथा मिट्टी इकट्ठा कर काम शुरू किया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार शाम तक यह डायवर्जन रोड बनकर तैयार हो जाएगा।
प्रशासन पर सवाल
किसान लक्ष्मण महतो ने आरोप लगाया कि यह घटना प्रशासन की विफलता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि विधायक ने सिर्फ आधारशिला रखी लेकिन एक पत्थर तक नहीं लगाया। न तो कोई अधिकारी मिलने आया और न ही मदद की।”
वीडियो वायरल होने पर हड़कंप
भारी बारिश से 19 जून को पुल ढह गया था। घटना तब सुर्खियों में आई जब एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कई स्कूली छात्र स्कूल जाने के लिए ढहे पुल को पार करने हेतु 25 फुट ऊंची बांस की सीढ़ी चढ़ते दिखाई दिए। वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर वैकल्पिक व्यवस्था का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
प्रशासन का पक्ष
खूंटी की उपायुक्त आर. रोनिता ने बताया कि पुल के ढहते ही मरम्मत और डायवर्जन रोड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। यह काम राज्य सरकार के सड़क निर्माण प्रभाग (आरसीडी) द्वारा किया जाना था और टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा, “हमने कार्य आदेश जारी कर दिया है और संबंधित अधिकारियों से बात कर जल्द काम शुरू कराया जाएगा।”