तेहरान/येरुशलम।
इजराइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। शुक्रवार सुबह इजराइल ने 200 फाइटर जेट्स के जरिए ईरान के 6 सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़ा एयरस्ट्राइक किया। इस हमले में 78 लोगों की मौत हो गई, जबकि 329 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में ईरान के 6 प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक, 4 शीर्ष सैन्य कमांडर और कुल मिलाकर 20 सैन्य अधिकारी शामिल हैं।
तेहरान के पास टारगेट किए गए न्यूक्लियर ठिकाने
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इजराइली वायुसेना ने तेहरान के आसपास स्थित कम से कम 6 अहम ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें से 4 स्थानों पर ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े सेंटर भी थे। इजराइली हमले में इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि ईरान के सरकारी मीडिया ने की है।
मारे गए वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक और सैन्य अधिकारी
अल-जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में ईरान के दो शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक—मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी—भी मारे गए हैं। इसके अलावा ईरान के आर्मी चीफ मोहम्मद बाघेरी और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की भी मौत की खबर है।
ईरान का पलटवार, इजराइल की सीमा में कोई ड्रोन नहीं पहुंचा
इजराइली हमले के कुछ घंटों बाद ही ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए। हालांकि, इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि सभी ड्रोन को मार गिराया गया और एक भी ड्रोन इजराइली सीमा में दाखिल नहीं हो सका।
नेतन्याहू ने की पीएम मोदी से बात, ट्रम्प और पुतिन से संपर्क करेंगे
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और उन्हें मिडिल ईस्ट की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी। नेतन्याहू जल्द ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी संपर्क करेंगे।
सुप्रीम लीडर खामनेई की चेतावनी: "इजराइल को सजा मिलेगी"
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने कहा है कि देश की सेना इजराइल को जवाब दिए बिना नहीं छोड़ेगी। उन्होंने इसे ईरान की संप्रभुता पर सीधा हमला बताया।
हमले की योजना पहले अप्रैल में थी तैयार
नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में बताया कि उन्होंने नवंबर 2024 में सेना को ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को नष्ट करने का आदेश दिया था। यह हमला अप्रैल के अंत में होना था, लेकिन कुछ तकनीकी और रणनीतिक कारणों से इसे टाल दिया गया था।
इजराइल ने शुरू की रिजर्व सैनिकों की तैनाती
इजराइली सेना ने देशभर में रिजर्व सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। सेना के अनुसार, इन सैनिकों को उन सभी क्षेत्रों में भेजा जा रहा है जहां युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं। यह फैसला देश की सुरक्षा और संभावित जवाबी कार्रवाई को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।