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राज्य / बिहार

Bihar Election 2025: मोकामा में अनंत सिंह बनाम सूरजभान सिंह — बाहुबल, जातीय समीकरण और सियासी रणनीति का संगम

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पटना | बिहार विधानसभा चुनाव 2025
बिहार की सियासत में मोकामा विधानसभा सीट एक बार फिर सुर्खियों में है। यह सीट हमेशा से बाहुबल और राजनीति के संगम का प्रतीक रही है, और आगामी चुनाव में यहां मुकाबला बेहद रोमांचक होने की संभावना है। इस बार आमने-सामने होंगे दो सशक्त नाम — मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह और लोजपा के पूर्व नेता सूरजभान सिंह

🔹 तेजस्वी यादव से मिले सूरजभान सिंह

राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि सूरजभान सिंह की पत्नी और पूर्व सांसद वीणा देवी इस बार राजद (RJD) के टिकट पर मोकामा से चुनाव लड़ सकती हैं। इसी कड़ी में सूरजभान सिंह ने हाल ही में तेजस्वी यादव से मुलाकात की है, जिससे इस सीट पर सियासी समीकरण पूरी तरह बदलते दिख रहे हैं।

🔹 अनंत सिंह का दो दशकों से दबदबा

मोकामा में अनंत सिंह का प्रभाव पिछले दो दशकों से कायम है।
वे 2005 से लगातार पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं —
पहले तीन बार जदयू (JDU) से, एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में, और 2020 में राजद (RJD) के टिकट पर।
2022 में आर्म्स एक्ट मामले में सजा के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई थी, जिसके बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने उपचुनाव में राजद के टिकट पर जीत दर्ज कर परिवार का प्रभाव बरकरार रखा।

🔹 जातीय समीकरण और मतदाताओं का मिजाज

मोकामा विधानसभा पटना जिले में आती है। यहां भूमिहार, यादव, कुर्मी और अति पिछड़ा वर्ग के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
अनंत सिंह का जनाधार भूमिहार समुदाय में गहरा है, जबकि उन्होंने वर्षों में अन्य वर्गों में भी अपनी पकड़ मजबूत की है। दूसरी ओर, सूरजभान सिंह का प्रभाव मोकामा से लेकर मुंगेर, नवादा, पटना और बलिया तक फैला हुआ है।

🔹 सूरजभान का नया राजनीतिक अध्याय

सूरजभान सिंह लंबे समय तक रामविलास पासवान के करीबी रहे हैं और लोजपा के प्रमुख नेताओं में गिने जाते थे।
हालांकि, चिराग पासवान और पशुपति पारस गुटों में विभाजन के बाद उन्होंने नई राजनीतिक राह चुनी और अब राजद में शामिल होकर तेजस्वी यादव के साथ अपनी नई सियासी पहचान गढ़ने की कोशिश में हैं।

🔹 हाई-प्रोफाइल मुकाबले की तैयारी

2025 का मोकामा चुनाव न केवल दो बाहुबलियों की टक्कर का प्रतीक होगा, बल्कि यह बिहार की राजनीति में प्रभाव, रणनीति और नेतृत्व की परीक्षा भी बनेगा।
जहां अनंत सिंह का पुराना जनाधार और साख दांव पर होगी, वहीं सूरजभान सिंह अपने संगठनात्मक नेटवर्क और राजनीतिक अनुभव के दम पर चुनौती पेश करेंगे।

मोकामा विधानसभा 2025 में बिहार की सबसे चर्चित सीट बनती दिख रही है।
यह मुकाबला न केवल स्थानीय राजनीति को, बल्कि पूरे राज्य के चुनावी नैरेटिव को भी प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है।

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