बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राज्य की सियासत में हलचल तेज हो गई है। जनता दल (यूनाइटेड) ने चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे को लेकर पटना में एक अहम बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेता और कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, एनडीए (NDA) में अभी सीटों के बंटवारे का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। ऐसे में जदयू की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा कर सकते हैं।
दो चरणों में होगा मतदान
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराने की घोषणा की है —
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पहला चरण: 6 नवंबर
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दूसरा चरण: 11 नवंबर
वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी।
सीट बंटवारे पर चर्चा तेज
सूत्रों के अनुसार, NDA में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत लगभग तय मानी जा रही है, हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जदयू इस बार 100 से 105 सीटों, जबकि बीजेपी लगभग इतनी ही सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने 115 और बीजेपी ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
उम्मीदवार चयन पर भी हो सकती है मुहर
बैठक में पार्टी प्रत्याशियों के नामों पर भी चर्चा होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
उधर, प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने भी बिहार चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने की घोषणा की है। 9 अक्टूबर को जनसुराज की ओर से प्रत्याशियों की आधिकारिक सूची जारी की जाएगी। प्रशांत किशोर ने खुद कहा है कि इस सूची में उनका नाम भी शामिल होगा, हालांकि वे किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हाल ही में कहा था कि NDA में सीट बंटवारे को लेकर लगभग सहमति बन चुकी है और इसकी घोषणा जल्द की जाएगी।
अब देखना यह होगा कि नीतीश कुमार की इस रणनीतिक बैठक से जदयू और NDA में सीट फॉर्मूले को लेकर क्या नई तस्वीर उभरकर सामने आती है।