22 मई 2025 | हेल्थ डेस्क
भारत में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। चीन, सिंगापुर, थाईलैंड और हांगकांग के बाद अब भारत में भी कोरोना वायरस का नया वेरिएंट JN.1 तेज़ी से फैल रहा है। विशेषज्ञों ने इस वेरिएंट को उच्च संक्रामक और इम्युनिटी को चकमा देने वाला बताया है, जो इसे गंभीर चिंता का विषय बनाता है।
भारत में कोविड की मौजूदा स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 19 मई 2025 तक देश में 257 सक्रिय केस दर्ज किए गए हैं।
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महाराष्ट्र में 53 सक्रिय मामले
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केरल और तमिलनाडु में भी मामले बढ़ रहे हैं
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ओडिशा में करीब ढाई साल बाद पहला कोविड केस सामने आया है
राज्यों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और निगरानी प्रक्रिया को तेज किया गया है।
क्या है JN.1 वेरिएंट?
JN.1, ओमिक्रोन के BA.2.86 वंश का सब-वेरिएंट है, जिसमें करीब 30 म्यूटेशन हैं। इसकी पहचान पहली बार अगस्त 2023 में जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन ने की थी। यह वेरिएंट LF.7 और NB.1.8 जैसे सब-वेरिएंट्स के साथ तेज़ी से फैलने की क्षमता रखता है।
क्यों है यह वेरिएंट खतरनाक?
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इम्युनिटी को चकमा देने की क्षमता
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तेज़ ट्रांसमिशन रेट
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बंद और ठंडे वातावरण में लंबे समय तक एक्टिव रहना
JN.1 वेरिएंट के लक्षण
इस वेरिएंट के लक्षण ओमिक्रॉन जैसे ही हैं, लेकिन कुछ मामलों में अंतर भी देखा गया है:
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बुखार या ठंड लगना
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खांसी और गले में खराश
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बंद या बहती नाक
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सिरदर्द, थकान, शरीर में दर्द
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स्वाद और गंध की कमी (कम मामलों में)
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कभी-कभी मितली या दस्त
ध्यान दें: वैक्सीनेटेड लोगों में ये लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन बुजुर्गों और गंभीर रोगियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।
कैसे करें बचाव?
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भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें
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लक्षण महसूस होने पर खुद को आइसोलेट करें
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वैक्सीन और बूस्टर डोज़ समय पर लें
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नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें
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कोविड पॉजिटिव होने पर तुरंत टेस्ट कराएं और डॉक्टर की सलाह लें
सरकार की तैयारियां
संभावित कोविड लहर को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है:
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कोविड टेस्टिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने के निर्देश
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जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी
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अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर, ICU बेड और ज़रूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित
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स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अपडेटेड कोविड प्रोटोकॉल जारी