प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित होने वाले देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आधारित महिला सम्मेलन में शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन में एक लाख से अधिक महिलाओं के भाग लेने की संभावना है। प्रधानमंत्री की यात्रा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया गया है।
सुरक्षा के अभेद्य बंदोबस्त
भोपाल पुलिस ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है। पुलिस कमिश्नर हरीनारायणचारी मिश्रा ने गुरुवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
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3,000 से अधिक पुलिस जवान पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए जाएंगे।
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एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) कार्यक्रम स्थल सहित स्टेट हैंगर की सुरक्षा अपने हाथों में ले चुकी है।
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शहर के आउटर नाके सील कर दिए गए हैं और बाहर से आने वाले वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है।
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होटल, लॉज, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर लगातार तलाशी अभियान जारी है।
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बाहरी किराएदारों और अस्थायी निवासियों का पुलिस वेरिफिकेशन भी प्रारंभ हो चुका है।
विशेष सुरक्षा प्रतिबंध
पीएम के कार्यक्रम स्थल के 5 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन, हॉट एयर बैलून और अन्य फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स पर पूर्ण प्रतिबंध लागू होगा। एसपीजी की अनुमति के बिना कोई भी उड़ान गतिविधि दंडनीय होगी।
महिलाओं के हाथों में आयोजन की जिम्मेदारी
इस सम्मेलन की सबसे खास बात यह होगी कि पूरी व्यवस्था महिलाओं द्वारा ही संभाली जाएगी।
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मंच संचालन
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भीड़ प्रबंधन
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ट्रैफिक नियंत्रण
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मीडिया समन्वय
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सुरक्षा व्यवस्था
हर स्तर पर महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई है।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
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राज्य सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की प्रस्तुति
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स्व-सहायता समूहों द्वारा स्टॉल्स, जिनमें महिला उद्यमिता, स्टार्टअप्स और "सेफ सिटी प्रोजेक्ट" जैसे नवाचारों को प्रदर्शित किया जाएगा
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महिला आगंतुकों के लिए यात्रा, बैठने, खान-पान और स्वास्थ्य से जुड़ी समुचित व्यवस्था
इंदौर मेट्रो को मिल सकती है हरी झंडी
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी इंदौर मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर को वर्चुअली हरी झंडी भी दिखा सकते हैं। हालांकि, मेट्रो के कमर्शियल संचालन की तारीख फिलहाल घोषित नहीं की गई है।
भोपाल में प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन पूरी सतर्कता और तैयारी के साथ जुटा है। नागरिकों से भी आग्रह किया गया है कि वे सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।