अलवर: राजस्थान के अलवर में एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी से लग्जरी एसी बस दिलवाने के नाम पर करीब 30 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक दलाल ने बस डीलिंग का झांसा देकर रकम ऐंठी और फिर डिलीवरी से पहले ही फोन बंद कर फरार हो गया।
पीड़ित ट्रांसपोर्टर की शिकायत के बावजूद पुलिस ने पहले रिपोर्ट दर्ज नहीं की, जिसके बाद पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर अब FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
क्या है मामला?
अलवर शहर स्थित मल्होत्रा बस सर्विस के मालिक विनीत मल्होत्रा के साथ यह ठगी हुई। आरोपी हरबंश लाल ने खुद को एक बस डीलर बताकर विनीत से संपर्क किया और उन्हें 37 लाख रुपये की लग्जरी AC बस को छूट में सिर्फ 32.85 लाख रुपये में उपलब्ध कराने की बात कही।
विश्वास दिलाने के लिए हरबंश ने गुजरात निवासी बस मालिक विपिनभाई पटेल से मुलाकात करवाई, जिसे वह पटेल बस सर्विस का संचालक बता रहा था। साथ ही, विनीत को गुजरात ले जाकर बस भी दिखाई गई।
किस्तों में दी बड़ी रकम
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विनीत मल्होत्रा ने पहले ₹50,000 नकद दिए
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फिर ₹7 लाख UPI के जरिए ट्रांसफर किए
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₹10.64 लाख का बैंक ट्रांसफर सुंदरम फाइनेंस के नाम पर किया गया
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इसके बाद आरोपी को अलवर में ₹18 लाख नकद भी दे दिए गए
इस तरह कुल ₹29.84 लाख की राशि ट्रांसपोर्टर से वसूली गई।
डिलीवरी से पहले गायब, फोन बंद
रकम लेने के बाद आरोपी ने बस की डिलीवरी नहीं की और फोन बंद कर लापता हो गया। पीड़ित ने जब पुलिस से शिकायत की, तो कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार, ट्रांसपोर्टर ने न्यायालय की शरण ली और कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की।
FIR दर्ज, जांच जारी
मामला अब शहर के प्रमुख ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़ा होने के कारण पुलिस के लिए भी चुनौती बन गया है। पुलिस अब इस ठगी की पूरी चैन और नेटवर्क की जांच कर रही है, जिसमें हरबंश लाल और विपिनभाई पटेल को नामजद किया गया है।