वॉशिंगटन/नई दिल्ली, 20 अगस्त 2025 – रूस से लगातार तेल खरीदने पर अमेरिका ने भारत पर सख्ती दिखाते हुए अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि भारत पर 25% का अतिरिक्त टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा।
अमेरिका के आरोप
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अमेरिका का कहना है कि रूस से तेल खरीदकर भारत अप्रत्यक्ष रूप से रूस को यूक्रेन युद्ध में फाइनेंस कर रहा है।
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व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलीन लीविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप युद्ध को जल्द खत्म करना चाहते हैं और इसी कारण भारत पर यह दबाव बनाया जा रहा है।
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अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने आरोप लगाया कि भारत ने रूस से सस्ते में तेल खरीदकर उसे महंगे दामों पर बेचकर $1600 करोड़ से अधिक का मुनाफा कमाया है, जिसमें से बड़ा हिस्सा भारत के अमीर कारोबारियों तक गया।
रूस से बढ़ा तेल आयात
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रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से बहुत कम तेल खरीदता था।
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अब आयात तेजी से बढ़कर अगस्त 2025 में 20 लाख बैरल प्रतिदिन तक पहुँच गया है।
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एनर्जी एनालिटिक्स फर्म Kpler के अनुसार, भारत की कुल तेल खरीद का लगभग 38% हिस्सा रूस से आ रहा है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने अमेरिका के इस फैसले को अनुचित और अन्यायपूर्ण बताया है।
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विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत की तेल खरीदारी पूरी तरह मार्केट-ड्रिवन है और इसका मकसद 140 करोड़ नागरिकों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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भारत ने चेतावनी दी है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा।