दिल्ली में आगामी कांवड़ यात्रा से पहले सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा कांवड़ शिविरों को मुफ्त बिजली और आर्थिक सहायता देने की घोषणा के बाद, AIMIM ने इस फैसले पर विरोध जताते हुए समान सुविधा की मांग मुहर्रम के लिए भी की थी। इसके जवाब में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा और गृह मंत्री आशीष सूद ने AIMIM पर तीखा हमला बोला है।
AIMIM पर communal राजनीति का आरोप
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने AIMIM पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी केवल मुस्लिम वोटों की राजनीति करती है। उन्होंने AIMIM की आलोचना करते हुए कहा, "मुहर्रम पर न बिजली देंगे और न ही आर्थिक सहायता। ये लोग केवल सांप्रदायिक राजनीति करना जानते हैं। हमारी सरकार सभी की आस्था का सम्मान करती है, लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती।"
‘AIMIM को बोलने का कोई अधिकार नहीं’ – आशीष सूद
वहीं दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने भी AIMIM पर हमला बोलते हुए कहा, "AIMIM को इस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उनकी पार्टी का नाम ही ‘मुस्लिम’ से शुरू होता है, जो अपने आप में सांप्रदायिक सोच को दर्शाता है। हमारी सरकार फ्रीबी कल्चर नहीं, बल्कि धर्म और आस्था के सम्मान के साथ काम कर रही है।"
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में कांवड़ यात्रा शिविरों को 1200 यूनिट तक मुफ्त बिजली और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के तहत आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। इस फैसले पर AIMIM ने आपत्ति जताई और इसे पक्षपातपूर्ण बताया, साथ ही मांग की कि इसी तरह की सुविधा मुहर्रम जैसे मुस्लिम धार्मिक आयोजनों पर भी दी जाए।
अब इस पूरे मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है, जिसमें धर्म और वोटबैंक की राजनीति के आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी सियासी बयानबाज़ी देखने को मिल सकती है।