कोटद्वार/दिल्ली, 28 जून 2025 — उत्तराखंड के कोटद्वार में एक सड़क हादसे में मृत पाए गए दिल्ली के कारोबारी की मौत का राज आखिरकार खुल गया है। शुरू में जिसे दुर्घटना माना जा रहा था, वह दरअसल एक सुनियोजित हत्या निकली। खुलासा तब हुआ जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के गंभीर निशान पाए गए और दम घोंटकर मारने की पुष्टि हुई।
हत्या का आरोप किसी और पर नहीं बल्कि कारोबारी की दूसरी पत्नी और उसके प्रेमी पर लगा है। दोनों ने मिलकर यह खौफनाक साजिश इसलिए रची क्योंकि वे दिल्ली स्थित 3 करोड़ की कोठी हड़पना चाहते थे।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में रहने वाले 52 वर्षीय कारोबारी विनोद मल्होत्रा (परिवर्तित नाम), का शव कुछ दिन पहले कोटद्वार के पास सड़क किनारे मिला था। स्थानीय पुलिस ने शुरुआत में इसे सड़क दुर्घटना मानकर केस दर्ज किया। लेकिन जब परिवार को शक हुआ, तो उन्होंने दोबारा जांच की मांग की।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई — विनोद की मौत सड़क दुर्घटना से नहीं, बल्कि दम घोंटने और सिर पर गहरे वार से हुई थी। इस रिपोर्ट ने जांच की दिशा ही बदल दी।
जांच में सामने आई चौंकाने वाली साजिश
जब पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो विनोद की दूसरी पत्नी नीलम (40) और उसके करीबी संदीप (35) से पूछताछ की। शुरू में दोनों ने अनजान बनने की कोशिश की, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स की पड़ताल हुई तो सच्चाई सामने आ गई।
दरअसल, नीलम का अपने ही पति के परिचित संदीप से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों को पता था कि विनोद के पास दिल्ली में 3 करोड़ की कोठी और अन्य संपत्तियां हैं। उन्होंने योजना बनाई कि विनोद को रास्ते से हटा दिया जाए और संपत्ति पर कब्जा कर लिया जाए।
हत्या की योजना और अंजाम
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नीलम और संदीप ने विनोद को "छुट्टी पर चलने" के बहाने उत्तराखंड बुलाया। वहां सुनसान इलाके में पहले से योजना बनाकर विनोद पर हमला किया गया। संदीप ने विनोद को पीछे से वार कर अचेत किया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या को सड़क हादसे का रूप देने के लिए शव को सड़क किनारे फेंका गया।
पुलिस ने किया खुलासा
कोटद्वार के एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया:
“पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद हमने हत्या का मामला दर्ज किया। तकनीकी जांच से यह साफ हुआ कि घटना के समय नीलम और संदीप की मौजूदगी कोटद्वार में ही थी। दोनों के फोन लोकेशन और बातचीत के आधार पर हमने उन्हें हिरासत में लिया, जहां उन्होंने अपराध कबूल कर लिया है।”
परिवार और पड़ोसियों में आक्रोश
विनोद के परिवार का कहना है कि उन्हें पहले से ही नीलम पर शक था, लेकिन इतने बड़े षड्यंत्र की उम्मीद नहीं थी। मोहल्ले में भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। पड़ोसियों का कहना है कि विनोद एक शांत और उदार स्वभाव के व्यक्ति थे। किसी को अंदाजा नहीं था कि उनके साथ इतनी क्रूरता होगी।
संपत्ति को लेकर था विवाद
पुलिस को यह भी पता चला है कि नीलम अक्सर विनोद से उनकी संपत्ति अपने नाम करने की बात करती थी, जिस पर दोनों के बीच बहस भी होती थी। यह संपत्ति विवाद ही इस खौफनाक साजिश की सबसे बड़ी वजह बना।
अगला कदम: कोर्ट में पेशी और चार्जशीट की तैयारी
फिलहाल, नीलम और संदीप को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 120बी (षड्यंत्र) और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की तैयारी की जा रही है।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि लालच और अवैध संबंध मिलकर किस हद तक इंसान को हैवान बना सकते हैं। पुलिस की सतर्कता और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की पारदर्शिता से यह हत्या बेनकाब हो सकी, वरना इसे एक सामान्य दुर्घटना मानकर हमेशा के लिए दबा दिया जाता।