वाशिंगटन, एजेंसी:
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की अमेरिका यात्रा के दौरान एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस में विशेष लंच के लिए आमंत्रित किया। यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ आधिकारिक लंच मीटिंग की।
इस मुलाकात का मकसद भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष को रोकने में मुनीर की भूमिका की सराहना करना था। ट्रंप ने बैठक में कहा,
“मैंने जनरल मुनीर को इसलिए बुलाया क्योंकि मैं भारत से संभावित युद्ध रोकने में उनकी अहम भूमिका के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता था।”
भारत-पाक पर चर्चा, मोदी की भी तारीफ
ट्रंप ने कहा कि इस पहल में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने खुलासा किया कि मंगलवार रात पीएम मोदी से उनकी बात हुई थी, जिसमें क्षेत्रीय तनाव पर चर्चा की गई।
"दो बहुत ही चतुर नेताओं ने युद्ध को रोकने का फैसला किया। यह एक परमाणु युद्ध भी हो सकता था," — डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने मुनीर को "सम्माननीय और रणनीतिक सोच रखने वाला" बताते हुए कहा कि वे ईरान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी गहरी समझ रखते हैं।
ईरान-इज़राइल तनाव के बीच अहम मुलाकात
यह लंच मीटिंग ऐसे समय पर हुई है जब ईरान और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ा हुआ है और वाशिंगटन की मध्य-पूर्व में संभावित भागीदारी पर चर्चाएं तेज हैं।
ज्ञात हो, पाकिस्तान और ईरान के पारंपरिक संबंध गहरे रहे हैं, ऐसे में अमेरिका की यह बैठक रणनीतिक रूप से काफी अहम मानी जा रही है।
एक घंटे से अधिक चली मीटिंग, ISI प्रमुख भी रहे मौजूद
व्हाइट हाउस के कैबिनेट रूम में हुई यह बैठक एक घंटे से अधिक समय तक चली।
मुनीर के साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, ईरान पर अमेरिकी रुख, और दक्षिण एशिया की स्थिरता जैसे विषयों पर गंभीर चर्चा हुई।
पाकिस्तान ने इज़राइल के हमले की निंदा की
इससे पहले, पाकिस्तान ने इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए हवाई हमलों की आलोचना करते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया था। इस्लामाबाद ने कहा था कि ऐसे हमले क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डालते हैं।