मुंबई | 12 नवंबर 2025 —
भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। निवेशकों के उत्साह और मजबूत ग्लोबल संकेतों के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नए रिकॉर्ड स्तरों को छुआ।
सेंसेक्स 750 अंकों की छलांग के साथ 84,600 के पार पहुंच गया, जबकि निफ्टी ने 25,900 का स्तर पार किया।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बिहार चुनाव के एग्जिट पोल्स, भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीदें, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सकारात्मक माहौल इस तेजी के प्रमुख कारण रहे।
मार्केट का हाल
दोपहर 12:45 बजे के करीब
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सेंसेक्स: 727 अंक या 0.87% की तेजी के साथ 84,598.63 पर
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निफ्टी: 221 अंक या 0.86% बढ़कर 25,916.60 पर कारोबार कर रहा था
निवेशकों के पोर्टफोलियो में आज चौतरफा तेजी देखने को मिली — बैंकिंग, IT, मेटल और ऑटो सेक्टर के शेयरों में मजबूती रही।
शेयर बाजार में आज की तेजी की 5 बड़ी वजहें
भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीदें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया कि भारत के साथ व्यापार समझौता “लगभग तैयार” है।
“हम भारत के साथ ट्रेड डील के बहुत करीब हैं। यह समझौता पहले की तुलना में काफी बेहतर होगा।”
इस घोषणा से निवेशकों का भरोसा बढ़ा और विदेशी निवेशकों की खरीदारी में उछाल आया।
बिहार एग्जिट पोल्स से राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद
बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स में सत्तारूढ़ NDA गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है।
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि इससे राजनीतिक स्थिरता की संभावना बढ़ी है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
वी.के. विजयकुमार (चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट, जियोजित इन्वेस्टमेंट्स) ने कहा,
“भारत-अमेरिका ट्रेड डील और बिहार में NDA की संभावित जीत — दोनों ने बाजार को तेजी की ओर धकेला है।”
अमेरिका में सरकारी शटडाउन का अंत
अमेरिकी सीनेट ने ऐतिहासिक रूप से लंबे गवर्नमेंट शटडाउन को खत्म करने के लिए समझौते को मंजूरी दे दी है।
इससे वैश्विक स्तर पर जोखिम उठाने की इच्छा (risk appetite) बढ़ी और दुनियाभर के बाजारों में खरीदारी का माहौल बना।
मेहता इक्विटीज़ के प्रशांत ताप्से के अनुसार,
“तीन प्रमुख वजहें — NDA की बढ़त, ट्रेड डील की उम्मीदें और अमेरिकी शटडाउन का अंत — भारतीय बाजार की तेजी के पीछे हैं।”
मजबूत ग्लोबल संकेत
एशियाई बाजारों में भी सकारात्मक रुझान दिखा।
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कोरिया का KOSPI और हांगकांग का हैंग सेंग हरे निशान में बंद हुए।
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अमेरिकी शेयर बाजार भी मंगलवार को मजबूती के साथ बंद हुआ, जिससे भारतीय बाजारों को समर्थन मिला।
हालांकि जापान का निक्केई और चीन का शंघाई कंपोजिट मामूली गिरावट में रहे।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.23% घटकर 65.01 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई।
तेल की गिरती कीमतें भारत के लिए राहत भरी खबर हैं, क्योंकि इससे आयात बिल घटता है और महंगाई पर दबाव कम होता है।
एक्सपर्ट्स की राय
विश्लेषकों का कहना है कि यह तेजी फिलहाल “सेंटिमेंट-ड्रिवन रैली” है।
अगर ग्लोबल संकेत मजबूत बने रहते हैं और ट्रेड डील पर ठोस कदम उठते हैं, तो बाजार में यह रफ्तार बरकरार रह सकती है।
डिस्क्लेमर:
यह रिपोर्ट बाजार के विश्लेषकों और ब्रोकरेज फर्मों की राय पर आधारित है। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।