मुंबई। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 572 अंकों की गिरावट के साथ 80,891.02 पर, जबकि एनएसई निफ्टी 156 अंकों की गिरावट के साथ 24,680.90 पर। यह लगातार चौथा सप्ताह है जब बाजार में नेगेटिव मूवमेंट दर्ज किया गया है।
गिरावट की 5 बड़ी वजहें
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भारत-अमेरिका व्यापार तनाव: डेयरी और कृषि उत्पादों पर टैरिफ को लेकर बातचीत में गतिरोध बना हुआ है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ी है।
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली (FII Sell-off): सोमवार को एफआईआई ने ₹6,080 करोड़ के शेयर बेचे — यह मई 30 के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी बिकवाली रही।
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कमजोर तिमाही नतीजे (Q1 Earnings): कई बड़ी कंपनियों — खासकर बैंकों और आईटी सेक्टर — के नतीजे बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
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सेक्टरवार बिकवाली: रियल एस्टेट ~4% और मीडिया ~3% गिरा; कैपिटल गुड्स, मेटल, टेलीकॉम, पब्लिक और प्राइवेट बैंकिंग सेक्टर 1–1.5% कमजोर।
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आईटी में छंटनी और तकनीकी दबाव: टाटा कंसल्टेंसी जैसी कंपनियों द्वारा छंटनी की खबरों ने आईटी शेयरों पर दबाव डाला।
स्टॉक्स और सेक्टर्स का हाल
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SBI का शेयर 1.16% गिरकर ₹797.15 पर बंद हुआ। हालांकि यह अन्य बैंकों से बेहतर प्रदर्शन करता नजर आया।
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कोटक महिंद्रा बैंक 7.5% और इंडसइंड बैंक 2.6% टूटा।
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एक्सपर्ट्स ने टाटा टेक्नोलॉजीज और एनसीसी लिमिटेड जैसे स्टॉक्स को बेचने की सलाह दी है।
विशेषज्ञ की राय
मार्केट एक्सपर्ट सचिन शाह के अनुसार, फिलहाल बाजार एक कंसोलिडेशन फेज़ में है, लेकिन साल 2025 की दूसरी छमाही (H2) में इसमें रिकवरी देखने को मिल सकती है।
बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स सेक्टर में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के अच्छे अवसर बन सकते हैं।
आगे की रणनीति क्या हो?
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शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: तकनीकी स्तरों और सेक्टर ट्रेंड पर नजर रखें। स्टॉप-लॉस का पालन करें।
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लॉन्ग-टर्म निवेशक: गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में निवेश करें और गिरावट का उपयोग खरीदारी के अवसर के रूप में करें।
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GIFT Nifty के अनुसार मंगलवार को बाजार में फ्लैट या हल्की गिरावट के साथ शुरुआत हो सकती है।
निवेशक अलर्ट: बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। इसलिए निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।