बोका चीका, टेक्सास – एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को एक और झटका लगा है। 27 मई 2025 को स्टारशिप रॉकेट का नौवां परीक्षण उड़ान (इंटीग्रेटेड फ्लाइट टेस्ट 9) टेक्सास के स्टारबेस से सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ, लेकिन लगभग 30 मिनट बाद रॉकेट ने नियंत्रण खो दिया और भारतीय महासागर में टूटकर बिखर गया।
मिशन का उद्देश्य और तकनीकी विवरण
इस परीक्षण का उद्देश्य स्टारलिंक सैटेलाइट सिमुलेटरों की तैनाती और रॉकेट के पुनः उपयोग की क्षमता का मूल्यांकन करना था। यह पहली बार था जब सुपर हेवी बूस्टर को पुनः उपयोग किया गया, जिसे जनवरी में उड़ाया गया था।
क्या हुआ गलत?
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पेलोड डोर की विफलता: रॉकेट के पेलोड डोर ने समय पर नहीं खुला, जिससे सैटेलाइट सिमुलेटरों की तैनाती नहीं हो सकी।
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ईंधन रिसाव: उड़ान के दौरान ईंधन टैंक में रिसाव हुआ, जिससे रॉकेट ने स्पिन करना शुरू कर दिया और नियंत्रण खो बैठा।
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सुपर हेवी बूस्टर का विफल लैंडिंग: बूस्टर ने खाड़ी में लैंडिंग का प्रयास किया, लेकिन अधिकतम एंगल ऑफ अटैक के कारण यह विफल रहा और बूस्टर नष्ट हो गया।
स्पेसएक्स की प्रतिक्रिया
स्पेसएक्स ने इस विफलता को "रैपिड अनस्केड्यूल्ड डिसअसेंबली" कहा और इसे सीखने का अवसर बताया। एलन मस्क ने कहा, "हर परीक्षण से हम सीखते हैं, और यह मिशन स्टारशिप की विश्वसनीयता को सुधारने में मदद करेगा।"
भविष्य की योजनाएं
स्टारशिप का विकास नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम और मस्क के मंगल मिशन के लिए महत्वपूर्ण है। एफएए ने स्पेसएक्स को सालाना 25 लॉन्च और 50 लैंडिंग की अनुमति दी है, जिससे भविष्य में अधिक परीक्षण संभव होंगे।