मुंबई। भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार, 23 अक्टूबर को उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। शुरुआती सत्र में बाजार जोरदार तेजी के साथ खुले और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों अपने एक साल के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, लेकिन दोपहर बाद भारी मुनाफावसूली (Profit Booking) के चलते बाजार की रफ्तार थम गई। दिन के अंत में दोनों प्रमुख सूचकांक लगभग सपाट बंद हुए।
कारोबार का हाल
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 1% तक उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे। निफ्टी ने 26,000 का स्तर पार कर लिया, जो 30 सितंबर 2024 के बाद का इसका सबसे ऊंचा स्तर रहा। हालांकि ऊंचाई पर पहुंचते ही निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी।
कारोबार के अंत में,
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सेंसेक्स 57.96 अंक या 0.07% की मामूली बढ़त के साथ 84,484.30 पर बंद हुआ।
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निफ्टी 1.35 अंक या 0.01% बढ़कर 25,869.95 पर टिक पाया।
ब्रॉडर मार्केट में कमजोरी रही — बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.15% और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.42% गिरकर लाल निशान में बंद हुए।
सेक्टोरल इंडेक्स का प्रदर्शन
आज के कारोबार में सेक्टरवार प्रदर्शन मिलाजुला रहा।
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निफ्टी आईटी इंडेक्स में सबसे तेज उछाल देखने को मिली — 2.21% की बढ़त।
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निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 0.49% चढ़ा।
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FMCG, PSU बैंक, मीडिया, रियल्टी और मेटल सेक्टर भी हरे निशान में रहे।
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वहीं ऑयल एंड गैस इंडेक्स 0.57% टूटा, जबकि फार्मा, फाइनेंशियल सर्विसेज, ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टरों में गिरावट दर्ज हुई।
निवेशकों के ₹61,000 करोड़ डूबे
दिनभर के उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट देखी गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर ₹470.28 लाख करोड़ पर आ गया, जो पिछले कारोबारी दिन ₹470.89 लाख करोड़ था। इस तरह निवेशकों की संपत्ति में करीब ₹61,000 करोड़ की कमी आई है।
बाजार में तेजी की वजह
विश्लेषकों के मुताबिक, बाजार में शुरुआती तेजी का कारण विदेशी निवेशकों की खरीदारी, वैश्विक बाजारों में स्थिरता और आईटी शेयरों की मजबूती रही। हालांकि ऊंचाई पर पहुंचते ही निवेशकों ने मुनाफा वसूला, जिससे बाजार दबाव में आ गया।