वॉशिंगटन | पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए अमेरिका में नीरव मोदी के भाई नेहल दीपक मोदी को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारत सरकार के औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध पर की गई, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने संयुक्त रूप से दायर किया था।
नेहल मोदी को 4 जुलाई 2025 को अमेरिकी न्याय विभाग ने हिरासत में लिया। यह कार्रवाई भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक की जांच में एक अहम मोड़ मानी जा रही है।
दो गंभीर आरोपों पर प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू
अमेरिकी अभियोजन पक्ष द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, नेहल मोदी के खिलाफ दो मुख्य आरोप लगाए गए हैं:
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नीरव मोदी की आर्थिक मदद कर घोटाले की रकम को छुपाना
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शेल कंपनियों और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के ज़रिए अवैध कमाई को इधर-उधर करना
प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में नेहल मोदी को सह-आरोपी के तौर पर नामित किया गया है, जिसमें सबूत मिटाने और साजिश रचने के आरोप भी शामिल हैं।
रेड कॉर्नर नोटिस पहले ही जारी
गौरतलब है कि इंटरपोल ने 2019 में नेहल मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इससे पहले नीरव मोदी और निशाल मोदी के खिलाफ भी इंटरपोल नोटिस जारी हो चुके हैं। नेहल मोदी बेल्जियम का नागरिक है और उसका जन्म एंटवर्प में हुआ था। वह अंग्रेज़ी, हिंदी और गुजराती भाषाएं जानता है।
प्रत्यर्पण पर अगली सुनवाई 17 जुलाई को
नेहल मोदी के प्रत्यर्पण से जुड़ी अगली सुनवाई 17 जुलाई 2025 को होगी, जिसमें ‘स्टेटस कॉन्फ्रेंस’ के तहत केस की स्थिति पर चर्चा की जाएगी। संभावना है कि नेहल की ओर से जमानत याचिका दायर की जाएगी, जिसका अमेरिकी अभियोजन पक्ष विरोध करेगा।
जांच एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता
नीरव मोदी इस समय ब्रिटेन की जेल में बंद है और उसका भी प्रत्यर्पण लंबित है। वहीं, उसका मामा मेहुल चोकसी अब तक फरार है। इन दोनों पर भारत में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक घोटाले का आरोप है। नेहल की गिरफ्तारी से जांच एजेंसियों को घोटाले की गहराई तक पहुंचने और बाकी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने में मदद मिल सकती है।