इंदौर | 20 जून 2025
मध्य प्रदेश की राजनीति में जुबानी तकरार एक बार फिर गर्मा गई है। ‘लाड़ली बहना योजना’ को लेकर दिए गए बयान पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि पटवारी जैसी जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
क्या कहा था जीतू पटवारी ने?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हाल ही में आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार ‘लाड़ली बहना’ योजना के नाम पर उधार लिए गए पैसे को "चुरा" रही है और उसे राजनीतिक फिजूलखर्ची में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सरकार पर सार्वजनिक संसाधनों के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया।
CM मोहन यादव की तीखी प्रतिक्रिया
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा:
“प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए शर्म आनी चाहिए। उन्हें मर्यादा में रहकर राजनीति करनी चाहिए और अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए।”
यादव ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि राजनीतिक फिजूलखर्ची के असली रिकॉर्ड तो कांग्रेस के शासनकाल में बने। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन में महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ और सरकारी खजाने का दुरुपयोग चरम पर था।
'जो समझ नहीं रखते, वही अपरिपक्व बयान देते हैं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग योजनाओं और आर्थिक संरचना की समझ नहीं रखते, वे ही इस तरह के अपरिपक्व बयान देते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है, न कि किसी योजना के नाम पर राजनीतिक फायदा उठाना।
लाड़ली बहना योजना पर CM का ऐलान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार 2028 तक लाभार्थी महिलाओं को ₹3000 मासिक सहायता देने का अपना वादा पूरा करेगी।
योजना से जुड़ी प्रमुख बातें:
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वर्तमान में लाभार्थियों को ₹1250 प्रति माह दिए जा रहे हैं।
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रक्षाबंधन के अवसर पर ₹250 की अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
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दिवाली के बाद से महिलाओं को ₹1500 प्रति माह मिलने लगेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना की शुरुआत 2023 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले की थी। भाजपा की भारी चुनावी जीत में इस योजना को एक प्रमुख फैक्टर माना गया था।
राजनीति में गरमाई भाषा, बढ़ता विवाद
राजनीति में बयानबाज़ी कोई नई बात नहीं, लेकिन जब यह भाषा की मर्यादा लांघे तो नेताओं की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े होना लाज़मी है। मुख्यमंत्री यादव और कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी के बीच की यह जुबानी जंग आने वाले समय में और तेज हो सकती है, खासकर जब राज्य 2028 के विधानसभा चुनाव की दिशा में बढ़ रहा है।