नई दिल्ली, 9 अक्टूबर 2025:
सुहागिन महिलाओं के सबसे प्रमुख व्रतों में से एक करवा चौथ का पर्व इस साल 10 अक्टूबर (शुक्रवार) को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
यह पर्व उत्तर भारत के राज्यों — उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश और झारखंड में विशेष रूप से मनाया जाता है। हर साल यह व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है।
ब्रह्म मुहूर्त और सरगी खाने का समय
करवा चौथ के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 40 मिनट से प्रारंभ होकर 05 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
हिंदू धर्म में इस समय को अत्यंत शुभ और कल्याणकारी माना गया है। परंपरा के अनुसार, महिलाएं सूर्योदय से पूर्व सरगी (व्रत से पहले का भोजन) करती हैं, जिसे सास द्वारा दिया जाता है।
चतुर्थी तिथि और व्रत का समय
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चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 9 अक्टूबर, रात 10:54 बजे
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चतुर्थी तिथि समाप्त: 10 अक्टूबर, शाम 07:38 बजे
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व्रत काल: सुबह 06:19 से रात 08:13 तक (कुल अवधि 13 घंटे 54 मिनट)
महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद अर्घ्य देकर व्रत का पारण करती हैं।
पूजा किसकी की जाती है
करवा चौथ व्रत में महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय, गणेश जी और करवा माता की पूजा करती हैं।
शाम को चांद निकलने से पहले करवा चौथ की कथा सुनी जाती है और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा संपन्न होती है।
करवा चौथ पूजा सामग्री लिस्ट
पूजन के लिए आवश्यक सामग्री इस प्रकार है —
शिव परिवार की तस्वीर, करवा माता की फोटो, टोंटीदार करवा, दीपक, अक्षत, कच्चा दूध, शक्कर, फूल, अगरबत्ती, चंदन, चुनरी, साड़ी, बिंदी, बिछुआ, सिंदूर, मेहंदी, कपूर, जल का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, भोग के लिए मिठाई, आठ पूरियों की अठावरी, हल्दी, दक्षिणा आदि।
करवा चौथ पूजा मुहूर्त
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पूजा का शुभ समय: शाम 05:57 से 07:11 बजे तक
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कुल अवधि: 1 घंटा 14 मिनट
इस समय के दौरान महिलाएं भगवान शिव-पार्वती और करवा माता की पूजा करती हैं, कथा सुनती हैं और चंद्र दर्शन की तैयारी करती हैं।
करवा चौथ चांद दिखने का समय
इस साल करवा चौथ का चांद रात 08 बजकर 13 मिनट पर दिखाई देगा।
हालांकि, शहर के अनुसार चंद्र उदय का समय थोड़ा भिन्न हो सकता है — जैसे दिल्ली, जयपुर, भोपाल और लखनऊ में कुछ मिनटों का अंतर रहेगा।
विशेष जानकारी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार करवा चौथ शुक्रवार के दिन पड़ रहा है, जो शुक्र ग्रह से संबंधित है। यह दिन वैवाहिक जीवन में प्रेम, सौंदर्य और समर्पण बढ़ाने वाला माना गया है।