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दिल्ली

झगड़ा शिया-सुन्नी का, निशाने पर हिंदू – मोहर्रम हिंसा पर विहिप की कड़ी प्रतिक्रिया, की कठोर कार्रवाई की मांग

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नई दिल्ली, 8 जुलाई 2025
मोहर्रम के अवसर पर देश के कई राज्यों में हुई हिंसक घटनाओं पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। परिषद के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख विजय शंकर तिवारी ने इन घटनाओं को "बेहद शर्मनाक, निंदनीय और शासन-प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती" बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहर्रम के जुलूसों की आड़ में सुनियोजित ढंग से हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया।

विहिप का कहना है कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित लगभग दो दर्जन स्थानों पर हिंदू घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमले हुए। कुछ स्थानों पर ‘हिंदू राष्ट्र’ के बैनर जलाए गए, पाक समर्थक नारे लगाए गए और फिलिस्तीन के झंडे भी लहराए गए।

"हिंसा को धर्म की आड़ में जायज़ नहीं ठहराया जा सकता" – विहिप

श्री तिवारी ने कहा कि “त्योहार चाहे किसी का भी हो, उपद्रव किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। मातम के नाम पर दूसरों के घरों में मातम फैलाना अब सहन नहीं किया जाएगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब समय आ गया है कि शासन-प्रशासन इस मानसिकता को कुचलने के लिए निर्णायक और कठोर कदम उठाए।

विहिप ने बिहार के कटिहार, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, झारखंड के गिरिडीह, पलामू, उत्तर प्रदेश के बरेली, बहराइच, मध्य प्रदेश के उज्जैन व रतलाम, और राजस्थान के चुरू जैसी जगहों का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इन इलाकों में मोहर्रम के जुलूस के दौरान जान-माल की हानि हुई है।

निर्दोष लोगों की मौत और हिंदू प्रतीकों पर हमले का आरोप

तिवारी ने कहा कि “कहीं मंदिरों पर हमले हुए, कहीं यात्रियों को पीटा गया, और कुछ जगह निर्दोष लोगों की जान भी चली गई।” उन्होंने विशेष रूप से अजय यादव और कौशल्या देवी जैसे लोगों के नाम लेते हुए कहा कि यह हिंसा योजनाबद्ध थी और इनकी पूरी जांच कर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

इस्लामिक कट्टरता और काफिरोफोबिया का आरोप

विहिप ने इन घटनाओं को ‘इस्लामिक कट्टरपंथ’ और ‘काफिरोफोबिया’ का परिणाम बताया। परिषद का आरोप है कि यह सिलसिला नया नहीं है – “शायद ही कोई साल गया हो जब मोहर्रम के जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से गुज़रे हों।”

प्रशासन पर कार्रवाई के लिए दबाव

विजय शंकर तिवारी ने मांग की कि देशभर के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस विषय में अधिक कठोरता दिखानी होगी और पीड़ितों को समुचित सहायता एवं न्याय दिलाना होगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा में शामिल पाए जाएं, उनसे ही जन-धन की भरपाई भी करवाई जाए।

विहिप की अपील: सावधान रहें, सजग रहें

विहिप ने देशभर के हिंदू समाज से अपील की है कि वे इस प्रकार की लक्षित हिंसा के प्रति सजग रहें और एकजुट होकर इसका शांतिपूर्ण और वैधानिक ढंग से प्रतिकार करें।

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