इंदौर, मध्यप्रदेश: रिलायंस इंडस्ट्रीज के कच्चे माल एजेंट के साथ 10.94 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में नर्मदा एक्सट्रूशंस लिमिटेड के संचालक प्रवीण मित्तल और उनके पुत्र प्रणव मित्तल को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपी वरुण मित्तल की तलाश जारी है।
अब इस मामले में नया मोड़ तब आया जब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने मित्तल परिवार और उनकी कंपनी के खिलाफ 95.31 करोड़ रुपए की वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कुर्क की जा रही संपत्तियां:
-
शीलनाथ कैंप, इंदौर स्थित 2100 वर्गफुट भूमि व भवन
-
पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र (धार) के प्लॉट नंबर 71, 73, 74, 84, 85 की फैक्ट्रियां
-
इन प्लॉट्स पर स्थापित मशीनरी और प्लांट
-
राउ रेलवे स्टेशन क्षेत्र का 2.5 एकड़ भूखंड (रामविलास इंडस्ट्रीज के नाम)
जमानतदार: प्रवीण मित्तल, वरुण मित्तल, वंदना मित्तल, प्रणव मित्तल सहित परिवार के अन्य सदस्य।
क्या है पूरा मामला?
रिषभ सचदेवा, जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के डेल क्रेडल एजेंट हैं, उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि मित्तल बंधुओं ने करोड़ों का कच्चा माल तो लिया, लेकिन भुगतान नहीं किया। रिषभ ने रिलायंस को पहले ही भुगतान कर दिया था, जिससे उन्हें अब ब्याज सहित भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरी लेनदेन प्रक्रिया रिलायंस की शर्तों का उल्लंघन करते हुए की गई थी, जिससे यह मामला धोखाधड़ी के दायरे में आता है।
अब तक की कार्रवाई:
-
✅ प्रवीण और प्रणव मित्तल गिरफ्तार
-
🚨 वरुण मित्तल फरार
-
🏦 बैंक द्वारा संपत्तियों की कुर्की प्रक्रिया प्रारंभ
-
💼 केस की विवेचना क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है