टेस्ला के सीईओ और अमेरिकी अरबपति इलॉन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन में अपनी जिम्मेदारी छोड़ दी है। उन्होंने यह जानकारी भारतीय समयानुसार गुरुवार सुबह 5:30 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की। मस्क ने कहा कि स्पेशल गवर्नमेंट एंप्लॉयी के तौर पर उनका कार्यकाल पूरा हो गया है और इस अवसर पर उन्होंने ट्रम्प को इस जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद भी दिया।
डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) की भूमिका
डोनाल्ड ट्रम्प ने इलॉन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख नियुक्त किया था। इस विभाग का मुख्य उद्देश्य सरकार की फिजूलखर्ची को रोकना और सरकारी खर्चों में कटौती लाना था। मस्क ने इस पद पर रहते हुए सरकारी खर्चों की समीक्षा कर फिजूलखर्ची को कम करने की दिशा में काम किया।
‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ को लेकर मस्क का विरोध
मस्क ने ट्रम्प द्वारा प्रस्तुत ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ के खिलाफ अपने मत की भी बात कही। यह बिल ट्रम्प प्रशासन द्वारा सरकार के बड़े खर्चों को बढ़ावा देने के लिए पेश किया गया था, जिसे ट्रम्प ने खुद ‘बिग ब्यूटीफुल’ कहा था। मस्क का मानना था कि यह बिल DOGE के मकसद के खिलाफ है क्योंकि इसका उद्देश्य सरकारी खर्चों को कम करना था, जबकि यह बिल खर्चों में वृद्धि कर सकता था। मस्क ने इस बिल को फिजूलखर्ची बताते हुए इसका विरोध किया।
इस्तीफे के पीछे की वजह और कार्यकाल की समाप्ति
मस्क ने स्पष्ट रूप से अपने इस्तीफे की वजह का खुलासा नहीं किया, लेकिन उनका विरोध बिल के खिलाफ रहने से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। मस्क ने अपने इस्तीफे के एक दिन बाद ही अपना कार्यकाल पूरा होना था। दरअसल, ट्रम्प ने मस्क को DOGE प्रमुख के पद पर 30 मई 2025 तक के लिए ही नियुक्त किया था। ऐसे में मस्क का इस्तीफा उनके कार्यकाल के खत्म होने से ठीक पहले का कदम था।
इलॉन मस्क के ट्रम्प प्रशासन छोड़ने से एक ओर जहां सरकार की फिजूलखर्ची को रोकने की योजना पर सवाल उठ सकते हैं, वहीं दूसरी ओर यह भी स्पष्ट हो गया है कि मस्क सरकार की खर्च नीति पर पूरी तरह सहमत नहीं थे। मस्क ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ट्रम्प प्रशासन को धन्यवाद देते हुए अपनी जिम्मेदारी पूरी होने का ऐलान किया। अब यह देखना होगा कि ट्रम्प प्रशासन इस महत्वपूर्ण विभाग की अगुवाई के लिए किसे नियुक्त करता है और सरकारी खर्चों में कटौती की दिशा में आगे क्या कदम उठाता है।