चंडीगढ़, 30 मई 2025 — हरियाणा के मुख्यमंत्री के दफ्तर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद चंडीगढ़ स्थित हरियाणा सचिवालय में हड़कंप मच गया है। धमकी की सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) को तुरंत तैनात कर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे सचिवालय परिसर की घेराबंदी कर ली है, और सभी आने-जाने वालों की सघन तलाशी ली जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, धमकी एक अनजान कॉल या ईमेल के जरिए मिली, जिसमें कहा गया था कि हरियाणा सचिवालय में बम लगाया गया है, और जल्द ही इसे उड़ा दिया जाएगा। इसके बाद प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत अलर्ट हो गईं। सचिवालय की इमारत को खाली कराया गया, कर्मचारियों को सुरक्षित जगह भेजा गया, और बम निरोधक दस्ता पूरे भवन की तलाशी ले रहा है।
पिछले हमलों से जोड़ा जा रहा लिंक
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस धमकी के पीछे खालिस्तानी आतंकी संगठनों का हाथ हो सकता है। हाल ही में पंजाब और हरियाणा में खालिस्तानी गतिविधियों में तेजी देखी गई है। कुछ हफ्ते पहले पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट लॉन्चर (RPG) से हमला हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी भी खालिस्तानी आतंकियों ने ली थी।
खुफिया रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की ISI से मदद मिल रही है। पाकिस्तान से हथियार, विस्फोटक और फंडिंग की सप्लाई लगातार हो रही है, ताकि हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में माहौल बिगाड़ा जा सके।
सुरक्षा बढ़ाई गई, हाई अलर्ट जारी
धमकी के बाद हरियाणा सचिवालय और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF), क्यूआरटी (Quick Reaction Team), और डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया गया है। सभी वाहनों की जांच की जा रही है, और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जा रही है। चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा पुलिस मिलकर ऑपरेशन चला रही हैं।
पुलिस का कहना है कि अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन तलाशी अभियान जारी रहेगा जब तक पूरा परिसर सुरक्षित घोषित नहीं कर दिया जाता। साथ ही, धमकी देने वाले व्यक्ति या संगठन की पहचान के लिए साइबर सेल को भी लगाया गया है।
सरकार की अपील
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बयान जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। सरकार ने कहा है कि सभी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं, और किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान न दें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की सुरक्षा में कोई कोताही न बरती जाए।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब पहले से ही पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं। अब देखना होगा कि धमकी देने वालों तक कब तक पहुंचा जाता है, और क्या उनके मंसूबों को नाकाम किया जा सकेगा।