थाईलैंड के फुकेट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-379 की आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। यह फ्लाइट फुकेट से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी, जिसमें 156 यात्री सवार थे। विमान में बम होने की सूचना के बाद एयरपोर्ट प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ‘एयरपोर्ट कंटिजेंसी प्लान’ (ACP) को सक्रिय कर दिया और विमान को सुरक्षित लैंड कराया गया।
फ्लाइट ने उड़ान भरते ही बदला रास्ता, समुद्र के ऊपर लगाया चक्कर
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने ‘फ्लाइट ट्रैकर फ्लाइटरडर24’ के हवाले से जानकारी दी कि AI-379 ने स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:30 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे) उड़ान भरी थी। उड़ान के कुछ ही देर बाद, विमान अंडमान सागर के ऊपर एक बड़ा चक्कर लगाते हुए फुकेट लौट आया और सुरक्षित आपात लैंडिंग की गई।
फुकेट एयरपोर्ट अधिकारियों ने बयान जारी कर बताया कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। बम की धमकी की सत्यता की जांच की जा रही है और विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।
पिछले 24 घंटों में एयर इंडिया की दूसरी बड़ी घटना
इस घटना से ठीक एक दिन पहले, 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन रवाना होते समय हादसे का शिकार हो गई थी। यह विमान उड़ान भरने के महज दो मिनट बाद ही क्रैश हो गया था। हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
265 शव बरामद, सिर्फ एक यात्री बचा
विमान में कुल 230 यात्री सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। इसके अलावा 12 क्रू मेंबर्स भी विमान में मौजूद थे। विमान दुर्घटना के वक्त वह अहमदाबाद स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर गिरा, जहां 50 से अधिक लोग मौजूद थे। हॉस्टल में 5 लोगों की मौत हुई, जिनमें 4 MBBS छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी शामिल हैं।
इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के भी मारे जाने की खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, केवल एक यात्री ही इस भयावह हादसे में जीवित बच पाया है।
जांच जारी, विमान हादसे और बम की सूचना से एयरलाइन इंडस्ट्री में मचा हड़कंप
एयर इंडिया की दोनों घटनाओं ने एविएशन सेक्टर की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां अहमदाबाद क्रैश की जांच AAIB और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की टीमें कर रही हैं, वहीं फुकेट मामले की जांच थाईलैंड के सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं।