वॉशिंगटन: दुनिया की दो सबसे चर्चित और प्रभावशाली हस्तियों—अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति टेक उद्यमी एलन मस्क—के बीच चली तनातनी आखिरकार थम गई है। मस्क ने सार्वजनिक रूप से ट्रंप के खिलाफ किए गए तीखे बयानों पर माफी मांगी, जिसके बाद ट्रंप ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए इसे “बहुत अच्छा” करार दिया।
हालांकि यह सुलह इतनी आसान नहीं थी। इसके पीछे निवेशकों का बढ़ता दबाव, ट्रंप की सख्त चेतावनियां और व्हाइट हाउस के भीतर चल रही गहन बातचीत का बड़ा हाथ रहा।
कहां से शुरू हुआ विवाद?
विवाद की शुरुआत ट्रंप के बहुचर्चित टैक्स कटौती और खर्च बढ़ाने वाले बिल, जिसे उन्होंने "वन बिग ब्यूटीफुल बिल" कहा, को मस्क द्वारा "कबाड़" करार दिए जाने से हुई। मस्क ने यहां तक कह दिया था कि जो रिपब्लिकन सांसद इस बिल को समर्थन देंगे, उनसे वह राजनीतिक बदला लेंगे। जवाब में ट्रंप ने मस्क पर तीखा पलटवार करते हुए उनके साथ सभी रिश्ते तोड़ने की बात कह दी।
मस्क के बयानों से निवेशकों की चिंता
मस्क की इस राजनीतिक जंग से टेस्ला, स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आने लगी। इन कंपनियों के सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स पर भी खतरा मंडराने लगा। निवेशकों ने खुलकर नाराजगी जताई। मस्क के एक सलाहकार जेम्स फिशबैक ने यहां तक कहा कि मस्क को ट्रंप से पूरी तरह माफी मांगनी चाहिए।
ट्रंप की धमकियां
ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर मस्क ने डेमोक्रेट्स को फंडिंग की तो वह उनके सरकारी अनुबंध खत्म कर देंगे। साथ ही, ट्रंप ने स्पेसएक्स जैसी कंपनियों की सब्सिडी पर पुनर्विचार की बात भी कही। उन्होंने यह भी कहा कि मस्क की डेमोक्रेट्स को फंडिंग से रिपब्लिकन पार्टी कमजोर हो सकती है, जिससे चुनावी नुकसान हो सकता है।
🕊 कैसे हुआ सुलह?
सुलह की प्रक्रिया में कई हाई-प्रोफाइल हस्तियों की भूमिका रही:
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उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मस्क और ट्रंप दोनों से बात की और सुलह का माहौल तैयार किया।
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व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ सूजी विल्स और क्रिप्टो एक्सपर्ट डेविड सैक्स, जो मस्क के करीबी माने जाते हैं, ने इस प्रक्रिया में मध्यस्थता की।
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अंततः मस्क ने अपने बयानों को “थोड़ा ज्यादा हो गया” कहकर माफी मांगी। ट्रंप ने भी इसे "सकारात्मक कदम" कहा।
🗳 मस्क की नई पार्टी की धमकी
मस्क ने ट्रंप से खफा होकर एक नई राजनीतिक पार्टी खड़ी करने की धमकी भी दी थी। अगर ऐसा होता, तो यह रिपब्लिकन पार्टी के लिए गंभीर चुनौती बन सकती थी, खासकर 2026 के मिड-टर्म चुनावों में। जानकारी के अनुसार, मस्क ने 2024 के चुनाव में रिपब्लिकन को करीब $300 मिलियन डॉलर का समर्थन दिया था।
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच सुलह एक बड़ी राजनीतिक और कारोबारी राहत की खबर है। यह मामला बताता है कि जब कारोबारी हित राजनीति से टकराते हैं, तो परिणाम कितना बड़ा हो सकता है। फिलहाल सुलह का यह दौर कितना स्थायी रहेगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा।