भोपाल में राज्य स्तरीय नशा मुक्ति कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नशे के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया। उन्होंने मछली परिवार से जुड़े कथित लव जिहाद व ड्रग्स जिहाद मामले का जिक्र करते हुए कहा,
"हमने ढूंढ-ढूंढकर कार्रवाई की है। कोई कितना भी बड़ा अप्रोच वाला हो, चाहे वह मास्टरमाइंड ही क्यों न हो, ऐसे कारोबारी को छोड़ा नहीं जाएगा।"
कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को रविंद्र भवन में सामाजिक न्याय विभाग की ओर से किया गया, जिसमें सीएम ने उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। इस मौके पर सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी, महापौर मालती राय, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, पीएस सोनाली पोंक्षे और नशा मुक्ति के क्षेत्र में काम कर रही संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री के अभियान का जिक्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब पांच साल पहले नशे के खिलाफ राष्ट्रीय अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा, "मोदी जी ने जिस तरह अपनी सरकार चलाई और योग को दुनियाभर में पहुंचाया, वह प्रेरणादायक है।"
नशा मुक्त मध्य प्रदेश की दिशा में ठोस कदम
सीएम मोहन यादव ने कहा कि सरकार बनने के बाद से 19 धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू की गई है। पुलिस ने नशे के खिलाफ कई कड़े अभियान चलाए हैं। उन्होंने नशे के नए-नए तरीकों पर चिंता जताते हुए कहा कि अब तो सिगरेट के साथ कागज, सॉल्यूशन और अन्य खतरनाक चीजों का भी इस्तेमाल हो रहा है।
समाज से नशा खत्म करने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने लोगों से नशा मुक्त समाज बनाने का आह्वान करते हुए कहा,
"जब जागे तभी सवेरा। हम सभी को जागरूक रहकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे समाज को इस बीमारी से बचाना है।"
युवा पीढ़ी पर भरोसा
सीएम ने कहा कि युवा पीढ़ी हर चुनौती का सामना कर सकती है। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही और आने वाले त्योहारों — स्वतंत्रता दिवस, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और गांधी जयंती की बधाई भी दी।