नई दिल्ली: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए 5वीं पीढ़ी के स्वदेशी लड़ाकू विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के प्रोडक्शन मॉडल को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को इसकी जानकारी साझा की। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत सरकारी कंपनियों के साथ-साथ निजी कंपनियों को भी निर्माण में भागीदारी का मौका मिलेगा।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) जल्द ही इसके लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) जारी करेगी, ताकि निजी सेक्टर की कंपनियां भी बोली प्रक्रिया में शामिल हो सकें। ADA इस प्रोजेक्ट की मुख्य एजेंसी होगी, जो रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के अधीन काम करती है।
क्या है AMCA प्रोजेक्ट?
AMCA यानी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, भारत का 5वीं पीढ़ी का स्वदेशी लड़ाकू विमान होगा। यह हाईटेक स्टील्थ तकनीक से लैस होगा, जिससे यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आएगा। विमान की क्षमता करीब 70,000 किलोग्राम वजन उठाने की होगी। माना जा रहा है कि यह इंटरनेशनल लेवल के अन्य स्टील्थ फाइटर जेट्स की बराबरी करेगा या उन्हें पीछे छोड़ देगा।
15,000 करोड़ के प्रोजेक्ट को मिली थी CCS की मंजूरी
अप्रैल 2024 में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इसके तहत 15,000 करोड़ रुपए की लागत से इस एडवांस्ड फाइटर जेट का डिजाइन और डेवलपमेंट किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, AMCA को 2025 तक भारतीय वायुसेना और नौसेना में तैनात किया जा सकेगा।
डिफेंस सेक्टर के शेयरों में उछाल
AMCA प्रोजेक्ट में निजी कंपनियों की भागीदारी की घोषणा के बाद मंगलवार को डिफेंस और उससे जुड़े सेक्टर्स की कंपनियों के शेयरों में औसतन 6% तक की तेजी दर्ज की गई। निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 52 हफ्तों के नए हाई 8,674.05 तक पहुंच गया।
दूसरा स्वदेशी फाइटर जेट
AMCA भारत में विकसित होने वाला दूसरा स्वदेशी फाइटर जेट होगा। इससे पहले लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस और उसके एडवांस्ड वर्जन तेजस मार्क-1 बनाए जा चुके हैं। फिलहाल तेजस मार्क-1A पर भी काम जारी है।
यह प्रोजेक्ट भारत की रक्षा क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला माना जा रहा है, जिससे देश की आत्मनिर्भरता और तकनीकी क्षमता दोनों को मजबूती मिलेगी।