बर्न, स्विट्ज़रलैंड (9 जून 2025): वैश्विक फुटवियर कंपनी बाटा (Bata) ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि वे भारत को अपने दूसरे सबसे बड़े सोर्सिंग हब के रूप में विकसित करने की योजना में अग्रसर हैं। इसका उद्देश्य चीन पर निर्भरता घटा कर “China‑plus‑one” रणनीति को साकार करना है ।
प्रमुख बिंदु:
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विस्तारित सोर्सिंग नेटवर्क
बाटा ग्रुप का लक्ष्य है कि भारत leather shoes के वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा आधार बनेडिज़ाइन और विकास भी भारत में
भारत न सिर्फ उत्पादन, बल्कि डिज़ाइन और डेवलपमेंट का भी ग्लोबल हब बन रहा है। गुड़गांव में स्थित सैटेलाइट हब, इटली की मुख्य डिज़ाइन टीम के साथ मिलकर वैश्विक ग्राहकों के लिए नई रेंज तैयार करेगागुणवत्ता में सुधार
भारत में गुणवत्ता नियंत्रण मानकों के लागू होने को संदीप कटारिया ने एक सकारात्मक कदम बताया। इससे घटिया गुणवत्ता वाले उत्पाद निर्यात चेन से बाहर रहेंगे और बेहतर गुणवत्ता के फुटवियर का निर्यात सुनिश्चित होगाफ्री‑ट्रेड एग्रीमेंट का लाभ
भारत के दुबई, मध्य‑पूर्व और यूरोपीय देशों के साथ होने वाले मुक्त ट्रेड समझौतों की बदौलत बाता को इन बाजारों तक अधिक किफायती रूप से पहुंचने में मदद मिलेगीबाजार और प्रतिभा का भरोसा
संदीप कैटारिया ने बताया कि भारत में बड़ी आबादी, मजबूत टैलेंट पूल और स्थानीय बाजार का आकार बाता की निवेश योजनाओं में महत्वपूर्ण कारक हैं रणनीतिक परिवर्तन: उत्पादन और डिज़ाइन दोनो का विस्तार करके चीन-केंद्रित सप्लाई चेन के विकल्प का निर्माण।
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गुणवत्ता नियंत्रण: खादापूर्ण उत्पादों पर रोक लगा कर वैश्विक मानक सुनिश्चित करना।
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निवेश का विस्तार: गुड़गांव डिज़ाइन हब, वैश्विक अवसरों को ध्यान में रखते हुए।
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मुक्त व्यापार समझौते: वैश्विक बाजार—ख़ासकर मध्य‑पूर्व—में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त।