भोपाल, 1 अक्टूबर 2025।
बच्चों की सुरक्षा को लेकर मध्य प्रदेश की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में बच्चों से जुड़े अपराधों में मध्य प्रदेश देश में शीर्ष पर है।
बच्चों से जुड़े अपराध के आंकड़े
मध्य प्रदेश में साल 2023 में बच्चों से जुड़े 22,393 मामले दर्ज किए गए। अपराध की दर (क्राइम रेट) 77.9 फीसदी है। इसके मुकाबले साल 2022 में यह संख्या 20,415 और साल 2021 में 19,173 थी। यह लगातार बढ़ती संख्या प्रदेश में बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का संकेत देती है।
मां के गर्भ से लेकर शिशु हत्या तक
राज्य में बच्चों के खिलाफ अपराधों में मां के गर्भ से लेकर जन्म के बाद की घटनाएं शामिल हैं। साल 2023 में भ्रूण हत्या के 87 मामलों में से 20 मामले मध्य प्रदेश में दर्ज हुए। शिशु हत्या के कुल 63 मामलों में 12 मामले मध्य प्रदेश में हुए।
हत्या और रेप के बाद मर्डर
सुरक्षित जन्म के बाद भी बच्चों के खिलाफ अपराध जारी हैं। साल 2023 में बच्चों की हत्या के 1,177 मामलों में 100 मामले मध्य प्रदेश में दर्ज किए गए। वहीं, रेप के बाद मर्डर के 86 मामलों में 11 मामले इसी राज्य में हुए। इसके अलावा, बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसाने के 368 मामलों में 104 मामले मध्य प्रदेश में सामने आए।
अन्य राज्यों की तुलना
अन्य राज्यों की स्थिति भी गंभीर है। महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है, जहां साल 2023 में 22,390 मामले दर्ज किए गए। तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश है, जहां 18,852 मामले दर्ज हुए। तीनों ही राज्यों में साल दर साल बच्चों से जुड़े अपराधों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि भविष्य में समाज और राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है।