नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुंडई i20 कार में हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार देर शाम अपने आवास पर एक हाई-लेवल सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग बुलाई।
मीटिंग में गृह सचिव गोविंद मोहन, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के चीफ तपन डेका, एनआईए (NIA) के डायरेक्टर जनरल सदानंद वसंत डेट और दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा शामिल हुए। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात भी मीटिंग में वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
गृह मंत्री ने धमाके के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ से बात कर स्थिति की जानकारी ली थी और एनआईए, एनएसजी, एफएसएल और दिल्ली पुलिस को शामिल करते हुए एक मल्टी-एजेंसी कोऑर्डिनेटेड जांच के निर्देश दिए थे। शाह ने सभी एजेंसियों को निर्देश दिया है कि धमाके की प्रकृति, कारण और साजिश से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपी जाए।
संदिग्ध कार का पुलवामा से कनेक्शन
सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विस्फोट में इस्तेमाल हुई i20 कार का कनेक्शन जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से है। बताया जा रहा है कि यह कार पुलवामा के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड थी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिनमें संदिग्ध व्यक्ति को कार के साथ लाल किले के पास पार्किंग क्षेत्र में जाते और लौटते हुए देखा गया है। फुटेज से संकेत मिलते हैं कि वह अकेला था।
दिल्ली पुलिस का सर्च ऑपरेशन
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने पहाड़गंज, दरियागंज और आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने होटल रजिस्टरों की जांच की और चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
सोमवार शाम करीब 7 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 और 4 के बीच ट्रैफिक सिग्नल के पास यह धमाका हुआ था। इसके बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की तैनाती की गई।
कई धाराओं में मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में यूएपीए (UAPA), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम (Explosives Act) और भारतीय दंड संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। फिलहाल, सभी एजेंसियां धमाके की तकनीकी और फोरेंसिक जांच में जुटी हैं।
इस बीच, सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के हाथ होने का दावा किया गया था, जिसकी दिल्ली पुलिस जांच कर रही है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।