वॉशिंगटन, 10 जून 2025: अमेरिका में बायोलॉजिकल मटीरियल की कथित तस्करी के मामले में एक और चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान चेंगक्सुआन हान के रूप में हुई है, जो चीन के वुहान स्थित हुआझोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पीएचडी छात्र है। FBI ने डेट्रॉयट एयरपोर्ट पर उसे उस समय गिरफ्तार किया जब वह अमेरिका में दाखिल हो रहा था।
यह गिरफ्तारी एक हफ्ते से भी कम समय में सामने आए दूसरे ऐसे मामले के रूप में देखी जा रही है, जिसने अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर अलर्ट कर दिया है।
क्या है आरोप?
FBI की जांच के अनुसार, हान ने कथित तौर पर बायोलॉजिकल मटीरियल से भरे चार पार्सल मिशिगन यूनिवर्सिटी की एक लैब से जुड़े कर्मचारियों को भेजे थे। यह जैविक सामग्री कुछ विशेष कीड़ों से संबंधित थी, जिसके आयात के लिए अमेरिका सरकार की अनुमति आवश्यक होती है।
FBI के निदेशक काश पटेल ने मामले की पुष्टि करते हुए X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि हान ने न केवल यह तस्करी की, बल्कि संघीय एजेंटों को इस बारे में झूठ भी बोला। इतना ही नहीं, गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले उसने अपना इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी डिलीट कर दिया था।
बढ़ती चिंताएं: फिर उठे सवाल चीन की भूमिका पर
कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति को लेकर वुहान की भूमिका पर पहले से ही संदेह रहा है, ऐसे में एक बार फिर चीन से अमेरिका तक संवेदनशील जैविक सामग्री की तस्करी का मामला सामने आना बेहद गंभीर माना जा रहा है।
इससे पहले पिछले सप्ताह, अमेरिकी सरकार ने दो अन्य चीनी वैज्ञानिकों पर जहरीले कवक की तस्करी की साजिश का आरोप लगाया था।
अमेरिकी अधिकारियों की सख्त चेतावनी
अमेरिकी सीमा शुल्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जॉन नोवाक ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“शोध उद्देश्यों के लिए अमेरिका में बायोलॉजिकल मटीरियल के आयात के स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं। ऐसी अवैध गतिविधियां उन विजिटिंग स्कॉलर्स के काम को नुकसान पहुंचाती हैं, जो सही प्रक्रिया का पालन करते हैं।”
मिशिगन में रिसर्च प्रोजेक्ट के बहाने आया था अमेरिका
जानकारी के मुताबिक, आरोपी वैज्ञानिक ने मिशिगन यूनिवर्सिटी में एक साल के प्रोजेक्ट में भाग लेने की योजना बनाई थी, लेकिन अमेरिका पहुंचने से पहले ही उसके शिपमेंट और इरादों को लेकर संदेह गहरा गया। अधिकारियों ने पिछले साल और इस साल की शुरुआत में उसकी ओर से भेजे गए लिफाफों और किताबों के भीतर छुपे पैकेजों को जब्त किया था।
अब क्या?
FBI इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की तस्करी का नहीं, बल्कि संभावित बायोलॉजिकल खतरों और अंतरराष्ट्रीय साइंटिफिक जासूसी से जुड़ा हो सकता है।