मुंबई, 11 अगस्त 2025 – हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाज़ार में हल्की बढ़त देखी गई, लेकिन निवेशकों का रुख अब भी सतर्क बना हुआ है। लगातार छह हफ्तों की गिरावट के बाद यह सतर्कता बाज़ार के मूड को दर्शाती है, जो पिछले पाँच साल में सबसे लंबी गिरावट का दौर रहा है।
सुबह के कारोबार में निफ्टी 50 करीब 24,398 अंकों पर 0.15% की मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहा , वहीं बीएसई सेंसेक्स 79,929 अंकों पर 0.09% ऊपर । सेक्टरवार, पीएसयू बैंक और रियल्टी शेयरों में 0.5% से 1% तक की बढ़त दर्ज हुई, जबकि आईटी, एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में 0.4% से 1% तक की गिरावट रही।
बाज़ार की चाल पर अमेरिकी आयात शुल्क का असर जारी है। अमेरिका ने भारतीय सामान पर 50% टैरिफ में से 25% लागू कर दिया है, जबकि शेष 25% 28 अगस्त से प्रभावी होगा। इसके अलावा, 15 अगस्त को होने वाली ट्रंप–पुतिन बैठक और तिमाही नतीजों के मिले-जुले संकेत भी निवेशकों को सतर्क बनाए हुए हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि यदि निफ्टी 24,850 के स्तर को पार नहीं कर पाता, तो इसमें गिरावट जारी रह सकती है और यह 23,900 अंकों तक फिसल सकता है। वहीं, 24,850 के ऊपर मजबूत ब्रेकआउट आने पर तेजी की संभावना बन सकती है।
कुल मिलाकर, बाज़ार फिलहाल वैश्विक संकेतों और नीतिगत अनिश्चितताओं के बीच 'वेट एंड वॉच' मोड में है।