नई दिल्ली — YouTube अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से यह जानने में सक्षम होगा कि उसके यूजर्स की असली उम्र क्या है। अगर कोई यूजर अकाउंट बनाते समय झूठी या गलत जन्मतिथि दर्ज करता है, तो AI टेक्नोलॉजी उसकी वास्तविक उम्र का अनुमान लगा सकेगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नई सुविधा 13 अगस्त 2025 से सबसे पहले अमेरिका में शुरू की जाएगी। Google ने इस फीचर को यूजर्स की सुरक्षा, खासकर बच्चों और किशोरों की ऑनलाइन प्राइवेसी सुनिश्चित करने के मकसद से डेवलप किया है।
कैसे करेगा AI असली उम्र का अनुमान?
AI मॉडल यूजर की अपलोड की गई तस्वीरों, विडियोज, ब्राउज़िंग पैटर्न और वॉयस डाटा सहित अन्य व्यवहारिक संकेतों का विश्लेषण करेगा। इसके जरिए यह तय किया जाएगा कि यूजर की दी गई उम्र और उसकी असल उम्र में कितना अंतर है।
Google ने यह भी कहा है कि यह प्रणाली गोपनीयता (Privacy) और सुरक्षा मानकों के साथ तैयार की गई है और इसका उद्देश्य किसी को दंडित करना नहीं, बल्कि नाबालिग यूजर्स को अनुचित कंटेंट से बचाना है।
डेटा की सुरक्षा पर जोर
YouTube ने आश्वासन दिया है कि AI आधारित उम्र सत्यापन प्रणाली यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी को किसी तीसरे पक्ष के साथ साझा नहीं करेगी। इसके अलावा, यूजर को यह सूचित भी किया जाएगा कि उनकी उम्र की जांच की जा रही है।
भारत में कब आएगा यह फीचर?
फिलहाल YouTube की यह नई सर्विस अमेरिका तक सीमित है। लेकिन अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहता है, तो जल्द ही इसे अन्य देशों में भी शुरू किया जा सकता है, जिसमें भारत प्रमुख है।