📅 13 मई 2025
✍️ बिज़नेस डेस्क
Swiggy के शेयरों में मंगलवार को भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयर 7% की गिरावट के साथ ₹297 के स्तर पर पहुँच गए, जो इसका 52-सप्ताह का सबसे निचला स्तर है।
गिरावट की मुख्य वजहें:
1. लॉक-इन अवधि की समाप्ति
स्विगी के प्री-IPO निवेशकों की लॉक-इन अवधि 12 मई को समाप्त हो गई, जिससे कुल शेयरों का लगभग 83% बाजार में ट्रेडिंग के लिए खुल गया। इस बड़े वॉल्यूम की वजह से बाजार में बिकवाली का दबाव बना और शेयर लुढ़क गए।
2. बढ़ता घाटा
मार्च 2025 तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा ₹1,081 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल ₹555 करोड़ था। वहीं, राजस्व में 45% की वृद्धि के बावजूद खर्च ₹5,610 करोड़ तक पहुँच गया।
3. इंस्टामार्ट में भारी निवेश
क्विक कॉमर्स यूनिट Instamart में विस्तार के तहत कंपनी ने 96 नए डार्क स्टोर खोले, जिससे परिचालन लागत में तेज़ बढ़ोतरी हुई। इसका असर कंपनी के मार्जिन पर भी पड़ा है।
4. प्रतिस्पर्धा और निवेशकों की धारणा
ज़ेप्टो जैसे प्रतिद्वंद्वियों में नए निवेश (जैसे मोटिलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल का $50 मिलियन निवेश) ने बाजार में स्विगी के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों की राय
ब्रोकरेज हाउस JM Financial ने स्विगी के शेयर पर ₹450 का टारगेट प्राइस बरकरार रखा है, लेकिन अल्पकालिक अस्थिरता की चेतावनी दी है। दीर्घकालिक निवेशक इस गिरावट को अवसर के रूप में देख सकते हैं, बशर्ते वे जोखिम को समझते हों।
निवेश सलाह:
बाजार में अस्थिरता को देखते हुए निवेशक अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर ही निर्णय लें।