भोपाल 21 जून 2025
मध्य प्रदेश STF ने देश में साइबर ठगी के अब तक के सबसे बड़े मामलों में से एक का खुलासा करते हुए 2283 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले दो शातिर आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई इंदौर निवासी ईशान सलूजा की शिकायत के बाद की गई, जिसने इनवेस्टमेंट के नाम पर 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
ईशान सलूजा ने शिकायत में बताया कि उसे Yorker FX, Yorker Capital और BOTBRO नाम की कंपनियों के माध्यम से हर महीने 6-8% निश्चित रिटर्न देने का लालच देकर धोखा दिया गया। इस निवेश के लिए आरोपी Rainet Technology Pvt. Ltd. और Kindent Business Solutions के खातों में रकम जमा करवाते थे।
जांच के दौरान STF ने पाया कि यह सिर्फ एक व्यक्ति से ठगी नहीं थी, बल्कि एक बहु-राज्यीय संगठित साइबर फ्रॉड नेटवर्क है, जो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और असम में फैला हुआ था।
गिरफ्तार हुए आरोपी:
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दीपक शर्मा
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मदन मोहन कुमार
(दोनों दिल्ली निवासी)
इन दोनों ने इंदौर पहुंचकर फरियादी से नकद 20.18 लाख रुपये ठग लिए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने BOTBRO के मेटा-5 अकाउंट के माध्यम से विदेशी मुद्रा में ट्रेडिंग के नाम पर निवेशकों को ठगा और यह रकम फॉरेक्स मार्केट में दिखाते रहे।
कंपनियों के बैंक खातों में अरबों का लेनदेन
Kindent Business Solutions
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MCA को घोषित ट्रायल बैलेंस: ₹1.10 करोड़ (FY 2023-24)
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असल में खातों में लेनदेन: ₹702 करोड़ (जन 2023 – दिस 2024)
Rainet Technology Pvt. Ltd.
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MCA को घोषित ट्रायल बैलेंस: ₹7.80 करोड़ (FY 2023-24)
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खातों में लेनदेन: ₹1580 करोड़ (जन 2023 – दिस 2024)
इन दोनों कंपनियों के 16 बैंक खातों में कुल मिलाकर 2283 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ, जिसे अन्य खातों में ट्रांसफर कर मनी ट्रेल छिपाने की कोशिश की गई।
अब तक की कार्रवाई:
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20+ संदिग्ध बैंक खातों में जमा ₹90 करोड़ की राशि STF ने फ्रीज कर दी है।
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संबंधित कंपनियों की वेबसाइट botbro.biz वर्तमान में बंद है।
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस मामले में FEMA एक्ट के तहत जांच कर रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
STF अधिकारियों के अनुसार यह अब तक का सबसे सुनियोजित और बड़े पैमाने पर की गई साइबर इन्वेस्टमेंट फ्रॉड स्कीम है। आरोपियों ने टेक्नोलॉजी और फेक कंपनियों का सहारा लेकर अरबों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की और निवेशकों को भ्रमित कर बड़ी ठगी को अंजाम दिया।