मुरैना (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की होनहार बेटी हिमानी तोमर ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश और अपने जिले का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। यह उपलब्धि उन्होंने हाल ही में आयोजित आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज, पुणे में कमीशनिंग सेरेमनी के दौरान हासिल की। हिमानी की इस उपलब्धि ने उनके परिवार, गांव, और पूरे चंबल अंचल को गौरव से भर दिया है।
देश सेवा की मिसाल बना तोमर परिवार
हिमानी के पिता माधौ सिंह तोमर सेना से रिटायर्ड सूबेदार हैं और उनके बड़े भाई विकास तोमर भी लांस नायक के पद पर देश सेवा में तैनात हैं। अब हिमानी ने भी सेना में कमीशन प्राप्त कर परिवार की गौरवमयी परंपरा को आगे बढ़ाया है। यह परिवार नारी शक्ति, समर्पण और देश सेवा का जीता-जागता उदाहरण है।
हिमानी की शिक्षा और सफलता का सफर
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हिमानी ने शांति निकेतन, अंबाह से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।
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इसके बाद जवाहर नवोदय विद्यालय, जौरा से आगे की पढ़ाई पूरी की।
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उन्होंने AFMC पुणे (आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज) से नर्सिंग स्नातक की डिग्री ली।
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यहीं से उन्होंने कमीशन्ड नर्सिंग ऑफिसर के रूप में सेना में प्रवेश किया।
सम्मानजनक कमीशनिंग सेरेमनी
हिमानी को उनकी कमान पुणे में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में सौंपी गई।
यह आयोजन कैप्टन देवाशीष कीर्ति चक्र परेड ग्राउंड में हुआ, जिसमें
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AFMC के डायरेक्टर और कमांडेंट ले. जनरल पंकज पी. राव मुख्य अतिथि रहे।
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ब्रिगेडियर वंदना अग्निहोत्री सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और हिमानी के परिजन भी मौजूद रहे।
हिमानी की कामयाबी से गर्वित हुआ चंबल
हिमानी की उपलब्धि ना केवल मुरैना बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए प्रेरणादायक है। एक बेटी का इस मुकाम तक पहुंचना यह दर्शाता है कि अगर संस्कार, शिक्षा और समर्पण हो, तो बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।
मुख्य बिंदु:
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मुरैना की हिमानी तोमर बनीं सेना में लेफ्टिनेंट
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AFMC पुणे से नर्सिंग की पढ़ाई और कमीशन
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पिता रिटायर्ड सूबेदार, भाई लांस नायक – परिवार पूरी तरह सेना सेवा में
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कैप्टन देवाशीष कीर्ति चक्र परेड ग्राउंड में हुआ सम्मान समारोह