भोपाल में शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा – "जो जैसा, उसके साथ वैसा ही हुआ"।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं और उपलब्धियां गिनाईं—
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लाड़ली बहनाओं को ₹1500 की सहायता राशि दी जाएगी।
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किसानों को बिजली बिल से मुक्त करवाने का लक्ष्य।
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गोशालाओं के लिए अनुदान राशि में वृद्धि।
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स्वामित्व योजना में प्रदेश प्रथम स्थान पर।
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2 लाख से अधिक भर्तियों की तैयारी।
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खंडवा जल संचय में देश में प्रथम।
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जबलपुर और ग्वालियर को मेट्रोपोलिटन शहर का दर्जा।
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नक्सली क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन।
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डायल 112 का शुभारंभ और नए एयरपोर्ट निर्माण।
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55 जिलों में पीएम श्री स्कूल खोलने की योजना।
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ई-गवर्नेंस में स्वर्ण पदक, पेपरलेस प्रशासन और न्यायालय।
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5 करोड़ से अधिक पेड़ लगाए, पचमढ़ी के जंगल का नाम भभूतसिंह के नाम पर।
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भोजपुर को यूनेस्को की सूची में शामिल करवाना।
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शिप्रा नदी के जल शुद्धिकरण और घाट निर्माण पर काम जारी।
राज्यभर में ध्वजारोहण और परेड
डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने जबलपुर, जबकि डिप्टी सीएम राजेंद्र कुमार शुक्ल ने शहडोल में ध्वजारोहण किया। 31 जिलों में मंत्रियों और 24 जिलों में कलेक्टरों ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली।
भोपाल की ऐतिहासिक सजावट
गुरुवार शाम से ही प्रदेश की इमारतें रोशनी से जगमगा उठीं। भोपाल का लाल परेड मैदान तिरंगे के रंगों में रंगा, विधानसभा भवन पर विशेष लाइटिंग की गई। खंडवा में इंदिरा सागर डैम को तिरंगे की रोशनी से सजाया गया।
परेड में शानदार भागीदारी
भोपाल में परेड का नेतृत्व आईपीएस आदित्य पटले ने किया, सहायक कमांडर की भूमिका आईपीएस दिव्या झारिया ने निभाई। परेड में गुजरात पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल, हॉक फोर्स, एसटीएफ, जेल विभाग, एनसीसी, गाइड गर्ल्स, स्काउट्स और अश्वारोही दल समेत कुल 18 टुकड़ियां शामिल हुईं।