मेघालय के शिलांग में 11 दिनों से लापता इंदौर के नवविवाहित जोड़े में से पति राजा रघुवंशी का शव बरामद हुआ है। राजा और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी 20 मई को हनीमून के लिए इंदौर से मेघालय रवाना हुए थे। 23 मई को शिलांग के ओसरा हिल्स इलाके से दोनों लापता हो गए थे, जिसके बाद से उनकी तलाश में 6 सर्च टीमें लगातार लगी हुई थीं।
राजा का शव गहरी खाई से बरामद किया गया है। उनके भाई सचिन और विपिन रघुवंशी ने शव की पहचान की पुष्टि की है। हाथ पर खुदा 'राजा' नाम देखकर उनकी पहचान हुई। बताया गया कि जहां कपल का स्कूटर मिला था, वहां से करीब 20-25 किलोमीटर दूर राजा का शव मिला है। सोनम की तलाश अब भी जारी है।
अब तक की जांच और सर्च ऑपरेशन
मेघालय पुलिस का कहना है कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि राजा की मौत कैसे हुई और वे वहां तक कैसे पहुंचे। इस मामले में पुलिस कुछ देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
सर्च ऑपरेशन में खराब मौसम बड़ी चुनौती बना हुआ है। पहाड़ी इलाका, लगातार बारिश, फिसलन और घना कोहरा रेस्क्यू टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद से तलाशी ली जा रही है, लेकिन कई बार कोहरे की वजह से ड्रोन ऑपरेशन रोकना पड़ता है।
परिवार की चिंता और नाराजगी
राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद, सर्च टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं। परिवार का कहना है कि शिलांग के मौसम और स्थानीय हालात के चलते सर्च ऑपरेशन में तेजी नहीं आ पा रही।
वहीं, मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंग्दोह के बयान को लेकर परिवार ने नाराजगी जताई है। राजा के भाई सचिन का कहना है कि मंत्री ने गैर-जिम्मेदाराना बयान देकर पर्यटक की सुरक्षा को नजरअंदाज किया है। उनका कहना है कि अगर इलाके को संवेदनशील माना जाता है, तो वहां साइनबोर्ड और चेतावनी दी जानी चाहिए थी, ताकि पर्यटक सतर्क रहते।
पर्यटकों में डर का माहौल
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हाल में हुई एक हत्या की घटना को मीडिया और प्रशासन ने उजागर नहीं किया, जिससे अब बाहर से आने वाले पर्यटक शाम 6 बजे ही अपने होटलों में लौटने लगे हैं। इलाके में डर का माहौल है।
घटना की पृष्ठभूमि
राजा रघुवंशी इंदौर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करते थे। उनकी शादी 11 मई को सोनम से हुई थी और 20 मई को वे हनीमून के लिए रवाना हुए थे। कपल पहले बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां उन्होंने मां कामाख्या के दर्शन किए, फिर 23 मई को शिलांग चले गए। शुरुआत में परिवार की उनसे बात होती रही, लेकिन 23 मई शाम के बाद से संपर्क पूरी तरह टूट गया। 24 मई को दोनों के फोन स्विच ऑफ मिले, जिसके बाद सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन तुरंत शिलांग पहुंचे और सर्च ऑपरेशन में शामिल हुए।
अब पूरे देश की नजर मेघालय पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस और सोनम रघुवंशी की तलाश पर टिकी है।