भोपाल | 23 जून 2025 — मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सिर्फ डॉ. भीमराव आंबेडकर का जीवन भर अपमान किया, बल्कि उनके निधन के बाद भी असंवेदनशीलता दिखाई।
मुख्यमंत्री यादव भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा:
"जब बाबासाहब का दिल्ली में निधन हुआ, तो कांग्रेस ने उनका अंतिम संस्कार तक करने से इनकार कर दिया। उनकी पत्नी को उनके पार्थिव शरीर को मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) ले जाने के लिए विमान किराया भी खुद चुकाना पड़ा।"
कांग्रेस से माफी की मांग
सीएम मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस को अपने ऐतिहासिक "पापों" के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि:
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कांग्रेस ने बाबासाहब को उनके जीवनकाल में किसी भी लोकसभा चुनाव में जीतने नहीं दिया।
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अनुच्छेद 370 के बाबासाहब के विरोध के बावजूद, कांग्रेस ने उसे संविधान में शामिल किया।
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आंबेडकर की आत्मा उस दिन "रोई" होगी, जब जम्मू-कश्मीर के अनुसूचित जनजातियों को अधिकारों से वंचित किया गया।
ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में आंबेडकर प्रतिमा विवाद पर बयान
हाल ही में ग्वालियर में हाईकोर्ट परिसर में डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा:
"मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने इस मामले में एक कमेटी बनाई है और सरकार उसी कमेटी के निर्णय का पालन करेगी। हमारी पार्टी शुरू से कहती रही है कि बाबासाहब के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे।"
दीक्षाभूमि और महू को लेकर भी उठाए सवाल
सीएम यादव ने कांग्रेस से यह भी पूछा कि:
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"राज्य में 55 साल शासन करने के बावजूद आपने महू (बाबासाहब की जन्मस्थली) के लिए क्या किया?"
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"आपने दीक्षाभूमि (नागपुर) के विकास के लिए क्या प्रयास किए, जहां बाबासाहब ने 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था?"
मुखर्जी की मृत्यु पर भी उठाए सवाल
मुख्यमंत्री ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु को भी संदिग्ध बताया और कहा कि:
"मुखर्जी की मौत एक स्पष्ट हत्या थी, लेकिन कांग्रेस ने कभी इसका सच देश के सामने नहीं आने दिया।"