भोपाल में ड्रग तस्करी और रेप केस में आरोपित मछली परिवार की अवैध संपत्तियों पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने आरोपी यासीन और शाहवर मछली की तीन मंजिला कोठी को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
एसडीएम विनोद सोनकिया की अगुवाई में पुलिस बल और नगर निगम का अमला मौके पर मौजूद है। यह वही कोठी है जिसे 30 जुलाई को प्रशासन ने सील किया था और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए शिफ्टिंग के लिए समय दिया गया था।
पहले भी 100 करोड़ की संपत्ति हुई थी जब्त
30 जुलाई को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मछली परिवार की करीब 50 एकड़ सरकारी जमीन पर बने अवैध फार्म हाउस, फैक्ट्री, वेयरहाउस और मकान को तोड़ा था। इनकी कुल कीमत लगभग 100 करोड़ रुपए आंकी गई थी। आलीशान फार्महाउस में स्विमिंग पूल, झूले और शाही साज-सज्जा मौजूद थी।
ड्रग और रेप केस में गिरफ्तारी
भोपाल पुलिस ने कॉलेज छात्राओं से जुड़े रेप और ब्लैकमेलिंग केस में शाहवर मछली और उसके भतीजे यासीन को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से पुलिस ने तीन ग्राम एमडी ड्रग और एक देशी पिस्टल बरामद की थी। यासीन के मोबाइल से युवतियों के आपत्तिजनक वीडियो और युवकों को प्रताड़ित करने वाले क्लिप भी मिले।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी राजस्थान से ड्रग्स लाकर भोपाल के पब और लाउंज में सप्लाई करते थे। इस मामले में शाहवर और यासीन के चाचा शारिक मछली को भी गिरफ्तार किया गया था।
प्रशासन का सख्त रुख
जिला प्रशासन का कहना है कि मछली परिवार की सभी अवैध संपत्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। हताईखेड़ा डैम के 50-100 मीटर दायरे में बने इन अवैध निर्माणों को नियमों के खिलाफ बताया गया है।