भोपाल, 10 जुलाई 2025:
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक मानव तस्करी गिरोह का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। हबीबगंज पुलिस ने इस गिरोह से जुड़ी दो आरोपियों—एक महिला और एक युवक को गिरफ्तार किया है, जबकि चार अन्य आरोपी फरार हैं। आरोपियों पर एक नाबालिग लड़की को 2.75 लाख रुपए में बेचने और शादी के नाम पर बंधक बनाने का आरोप है।
शिकायत से शुरू हुई कार्रवाई
2 फरवरी को पीड़िता, जो अपनी मां की डांट से नाराज़ होकर घर से निकल गई थी, लापता हो गई। 6 फरवरी को परिजनों की शिकायत पर हबीबगंज थाने में अपहरण की FIR दर्ज की गई। कई दिनों तक गायब रहने के बाद लड़की ने अपने माता-पिता को कॉल कर मदद मांगी, जिसके बाद पुलिस राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर पहुंची और पीड़िता को रेस्क्यू किया।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
नाबालिग ने बताया कि वह झालावाड़ (राजस्थान) में अपनी दोस्त अंकिता के पास गई थी। अंकिता द्वारा उसे पहले अपनी ननद दुर्गा कसवे के पास भेजा गया, जिसने उसे कुसुम विश्वकर्मा से मिलवाया। कुसुम ने उसे 19 अप्रैल से अपने घर द्वारका नगर बजरिया में रखा।
29 जून को कुसुम ने अपने साथी रोशनी, प्रदीप, और सुनील के साथ मिलकर लड़की को गुना जिले के आरोन ले जाकर नरेंद्र कुमार को 2.75 लाख में बेच दिया। आरोपी ने लड़की से शादी के नाम पर एफिडेविट साइन करवा लिया, जिससे वह कानूनी रूप से बंधक बन गई।
पुलिस गिरफ्त में कौन-कौन?
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कुसुम विश्वकर्मा, उम्र 47, निवासी विंध्याचल वैली, राजेंद्र नगर, स्टेशन बजरिया
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पहले से भोपाल के पांच थानों में आपराधिक रिकॉर्ड
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थाना: स्टेशन बजरिया, छोला मंदिर, कमला नगर, जहांगीराबाद, हबीबगंज
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नरेंद्र कुमार डारा उर्फ मोदी, उम्र 25, निवासी गारिंडा, तहसील फतेहपुर, जिला सीकर (राजस्थान)
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संबंधित थाने से अपराधिक रिकॉर्ड मांगा गया है
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फरार आरोपी: दुर्गा कसवे, रोशनी, प्रदीप जैन, सुनील व अन्य की तलाश जारी है।
पुलिस की अपील
डीसीपी शशांक गौर के अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और भोपाल से लेकर राजस्थान तक फैला हुआ था। पुलिस ने आम लोगों से संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत साझा करने की अपील की है।
क्या है अगला कदम?
पुलिस अब मानव तस्करी की बड़ी साजिश और इससे जुड़े अन्य राज्यों में फैले नेटवर्क की जांच कर रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।