भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हमीदिया अस्पताल में गुरुवार को टेलीमेडिसिन हब रूम की औपचारिक शुरुआत हुई। इस अत्याधुनिक सुविधा का उद्घाटन प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने किया। पहले चरण में भोपाल, सीहोर और हरदा जिलों के 43 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) को इस हब से जोड़ा गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह अब गांव में ही मिल सकेगी।
गांवों में बैठे मरीजों को मिलेगा शहर के विशेषज्ञों से परामर्श
नए टेलीमेडिसिन सेंटर के ज़रिए अब दूर-दराज़ के मरीज भी वीडियो कॉल पर स्त्री रोग, बाल रोग और मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों से सलाह ले सकेंगे। पहले दिन ही कुल 7 मरीजों को परामर्श मिला — जिसमें भोपाल और सीहोर के 3-3 तथा हरदा जिले का 1 मरीज शामिल रहा।
सुविधा का संचालन ऐसे होगा:
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रोज़ाना दोपहर 12 से 1 बजे तक विशेषज्ञ डॉक्टर सेंटर में मौजूद रहेंगे।
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PHC में डॉक्टर मरीज की जांच रिपोर्ट स्कैन कर भेजेंगे, जो विशेषज्ञ की स्क्रीन पर तुरंत दिखेगी।
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डॉक्टर वीडियो कॉल पर परामर्श और ई-पर्ची जारी करेंगे। यह पर्ची PHC में तुरंत प्रिंट होकर दवाओं के साथ मरीज को मिल जाएगी।
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गंभीर मामलों में मरीज को उच्च संस्थान रेफर भी किया जा सकेगा।
डॉक्टरों और PHC स्टाफ के लिए प्रोत्साहन योजना
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हर टेली-कंसलटेशन पर विशेषज्ञ डॉक्टर को ₹50 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
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PHC पर बैठे डॉक्टरों को अगर वे महीने में 25 मरीजों को टेली-कंसलटेशन से जोड़ते हैं, तो ₹600 अतिरिक्त मानदेय मिलेगा।
स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता: उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और गुणवत्ता में सुधार लाएगी। उन्होंने ई-संजीवनी पोर्टल का भी उल्लेख किया, जिससे पहले से ही लाखों लोग घर बैठे मुफ्त सलाह ले रहे हैं। उन्होंने इस सेवा के व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश भी दिया।
स्टाफ की कमी दूर करने पर जोर
शुक्ल ने बताया कि सरकार जल्द ही बड़े पैमाने पर मेडिकल स्टाफ की भर्ती करने जा रही है, जिनमें विशेषज्ञों को ग्रामीण इलाकों में प्राथमिकता से तैनात किया जाएगा।
अस्पताल परिसर में नई सुविधाओं का लोकार्पण
इस मौके पर प्रेरणा सेवा ट्रस्ट द्वारा भेंट किए गए ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाई गई, जिससे मरीजों और स्टाफ को कैंपस में आवाजाही में सुविधा मिलेगी। साथ ही बेबी फीडिंग रूम का उद्घाटन भी हुआ, जो माताओं के लिए सहूलियत भरा कदम माना जा रहा है।
अन्य नई सुविधाएं:
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शव वाहन, कैथ लैब, सीटी स्कैन और एमआरआई जांच की सुविधा जल्द उपलब्ध होगी।
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अस्पताल में 251 पौधों का रोपण भी किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में डीएमई डॉ. अरुणा कुमार, गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. कविता एन सिंह, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
यह टेलीमेडिसिन पहल निश्चित रूप से मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखी जा रही है।