भोपाल। राजधानी के सूखी सेवनिया क्षेत्र स्थित आर्मी फायरिंग रेंज में सोमवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। ड्रोन से बम गिराने की ट्रेनिंग के दौरान लोहे का डमी बम एक जवान के सिर पर गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान हवलदार विजय सिंह (उम्र 37 वर्ष) के रूप में हुई है, जो उत्तराखंड के निवासी थे और भोपाल के बैरागढ़ स्थित सेना कार्यालय में तैनात थे।
400 फीट की ऊंचाई से गिरा 4 किलो से अधिक वजनी बम
जानकारी के अनुसार, सेना के जवान फायरिंग रेंज में ड्रोन से बम गिराने और उससे बचाव की नियमित ट्रेनिंग ले रहे थे। इसी दौरान एक ड्रोन में रखा गया करीब 4 किलो वजनी डमी बम निर्धारित लक्ष्य की बजाय सीधा विजय सिंह के सिर पर गिर गया। गंभीर रूप से घायल जवान को तुरंत सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
तकनीकी खामी या मानवीय चूक? जांच जारी
हादसे के बाद सवाल उठने लगे हैं कि यह तकनीकी गड़बड़ी थी या मानवीय लापरवाही। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि ड्रोन ऑपरेशन में कोई तकनीकी फेल्योर हुआ या फिर सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना और पुलिस—दोनों स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस और सेना ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलने पर सूखी सेवनिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई के.एस. यादव ने बताया कि पंचनामा की कार्रवाई कर मर्ग कायम किया गया है। जवान का पोस्टमार्टम सेना अस्पताल में कराया गया है। घटना के बाद सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी हमीदिया अस्पताल पहुंचे और पूरी स्थिति का जायज़ा लिया।
सेना की नई ट्रेनिंग टेक्नोलॉजी पर भी उठे सवाल
यह हादसा सेना द्वारा अपनाई जा रही नई तकनीक और ड्रोन आधारित युद्ध प्रशिक्षण पर भी सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे उच्च जोखिम वाले अभ्यासों के दौरान अत्यधिक सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य होना चाहिए।