भोपाल में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान चल समारोह पर पत्थर फेंके जाने की घटना ने प्रदेश की राजनीति गरमा दी है। मंगलवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। दोनों नेताओं ने स्पष्ट कहा कि त्योहारों के दौरान अशांति फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
घटना सोमवार रात करीब 9:15 बजे आरिफ नगर से डीआईजी बंगला की ओर जा रहे चल समारोह के दौरान हुई। अज्ञात लोगों ने समारोह पर पत्थर फेंके, जिससे कई गणेश प्रतिमाएं खंडित हो गईं। नाराज लोगों ने चौराहे पर चल समारोह रोककर नारेबाजी की और जाम लगा दिया। बाद में गौतम नगर थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तीन संदेहियों को चिह्नित किया है।
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “मध्य प्रदेश शांति का टापू है। सनातन त्योहारों को पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा। यदि कोई शांति भंग करने की कोशिश करेगा तो उसकी पहचान कर ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो नजीर बनेगी। आरोपी चाहे कोई भी हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।”
वहीं विधायक रामेश्वर शर्मा ने कड़ा संदेश देते हुए कहा, “यह सरकार बिरयानी खिलाने वाली नहीं है। शांति से राज करने वाली सरकार है। आप नमाज पढ़िए, तीर्थ करिए, आरती और हनुमान चालीसा की गूंज होनी चाहिए। लेकिन इसमें बाधा डालने वालों पर प्रशासन का कठोर प्रतिकार होगा। हनुमान जी का मुख खुलेगा और कोई उसे रोक नहीं पाएगा।”
घटना के बाद हिंदू संगठनों ने प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि धार्मिक आयोजनों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब सबकी नजर पुलिस जांच और सरकार की आगे की कार्रवाई पर टिकी है।