उमरिया, 4 जून 2025 — उमरिया जिले के पाली में आयोजित राज्य स्तरीय पेसा (PESA) सम्मेलन में सहभागिता के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का जनजातीय समाज द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाज़ों और लोक परंपराओं के साथ गरिमामय स्वागत और अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव भी जनजातीय संस्कृति के रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने परंपरागत वस्त्र पहनकर और जनजातीय लोक परंपराओं को आत्मसात कर अपने भावनात्मक जुड़ाव को प्रकट किया। मुख्यमंत्री के आगमन पर ढोल-मांदल, पारंपरिक नृत्य और जनजातीय गीतों से समां बंध गया।
मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की सांस्कृतिक विरासत को राज्य की असली पहचान बताते हुए कहा कि "पेसा कानून जनजातीय सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर है।" उन्होंने यह भी कहा कि सरकार वनवासी समाज के उत्थान, उनकी संस्कृति के संरक्षण और अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।
सम्मेलन में जिलेभर से आए जनजातीय प्रतिनिधियों, पंच-सरपंचों और सामाजिक संगठनों ने भी भाग लिया। यह आयोजन जनजातीय आत्मनिर्भरता, अधिकारों की समझ और पंचायत सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।