जबलपुर (मध्य प्रदेश), 3 जुलाई 2025
मुख्य बातें
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कॉलेज की फर्जी मुहर और लेटरहेड से खरीदा गया एसिड
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पीड़िता 50% झुलसी, हालत गंभीर
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आरोपी बोली – “मर गई तो मुझे फांसी हो जाएगी क्या?”
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पांच साल पहले से मन में पल रही थी दुश्मनी
घटना की पूरी कहानी
जबलपुर के ग्वारीघाट स्थित अवधपुरी कॉलोनी में 29 जून की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। 22 वर्षीय श्रद्धा दास पर उसकी बचपन की सहेली इशिता साहू (21) ने एसिड अटैक किया। इस हमले के पीछे की वजह श्रद्धा की सुंदरता और करियर से उपजा जलन का ज़हर था।
इशिता ने इस घटना को इतनी शातिर तरीके से अंजाम दिया कि सुनने वाले भी हैरान रह जाएं।
"तू सुंदर है, मुझे बदनाम कर दिया" – यही थी वजह
पुलिस पूछताछ में इशिता ने बताया कि पांच साल पहले उसका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ थी। उसे शक था कि इस वीडियो के पीछे श्रद्धा का हाथ था।
तब से ही उसने ठान लिया था – “एक दिन इसका चेहरा बिगाड़ दूंगी।”
हाल ही में जब इशिता को पता चला कि श्रद्धा को पश्चिम बंगाल की एक नामी कंपनी में जॉब ऑफर मिला है, तो उसके अंदर का ज़हर और गहरा हो गया।
फर्जी लेटरहेड बनवाकर खरीदा तेजाब
इशिता ने एसिड खरीदने के लिए इंटरनेट से जानकारी जुटाई। उसने ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम से एक फर्जी लेटरहेड बनवाया, जिस पर 300 एमएल तेजाब की आवश्यकता बताई गई थी।
उसने सिविक सेंटर स्थित अनुप्राय इंटरप्राइजेस से एसिड लेने के लिए अपने दोस्त अंश शर्मा को नकली प्रोफेसर बनाकर दुकानदार से बात कराई और एसिड हासिल कर लिया।
मिलने के बहाने बुलाकर किया हमला
29 जून की रात इशिता ने श्रद्धा को कॉल कर कहा –
"सुना है तू जॉब के लिए जा रही है, एक बार मिल ले।"
श्रद्धा जैसे ही गेट तक पहुंची, उसकी मां भी पीछे थीं। तभी इशिता ने चेहरे पर 100 एमएल तेजाब फेंक दिया और बोली –
“तेरे कारण मैं बदनाम हुई हूं, सुंदरता का बहुत घमंड है न तुझे!”
श्रद्धा की मां ने तुरंत उसे बाथरूम ले जाकर पानी डाला, लेकिन तब तक वह 50% तक झुलस चुकी थी।
वारदात के बाद आरोपी ने क्या किया?
एसिड फेंकने के बाद इशिता भागकर घर पहुंची। उसकी मां ने जब पूरा मामला जाना, तो बचा हुआ एसिड बाथरूम में बहा दिया।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इशिता को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान उसने ठंडे दिमाग से कहा –
“वो जिंदा है क्या? मर जाएगी तो मुझे फांसी होगी क्या?”
पुलिस जांच और कानूनी कार्रवाई
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि इशिता पर BNS की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और 326 (एसिड अटैक) के तहत केस दर्ज किया गया है।
इशिता को जेल भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपी अंश शर्मा की तलाश की जा रही है।
एसिड बेचने वाले दुकानदार के बयान भी लिए जा चुके हैं।
कानूनी पहलू और सामाजिक सवाल
यह मामला न सिर्फ एसिड हमले जैसी वीभत्स मानसिकता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह कॉलेज के नाम का दुरुपयोग कर कानून को धोखा दिया जा सकता है।
एसिड अटैक जैसी घटनाओं के लिए सख्त निगरानी और नियंत्रण जरूरी है।