गाजीपुर/इंदौर/शिलॉन्ग |
इंदौर से मेघालय के शिलॉन्ग पहुंचे कपल के लापता होने और फिर पति राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। मृतक राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, जो कई दिनों से लापता थी, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक चाय के ढाबे पर रविवार देर रात करीब 1 बजे संदिग्ध हालात में मिली। अब सवाल यह है कि शिलॉन्ग से हजारों किलोमीटर दूर सोनम गाजीपुर कैसे पहुंची?
सोनम का दावा: अगवा कर गाजीपुर छोड़ा गया
पुलिस को दिए बयान में सोनम ने बड़ा दावा किया है। उसने कहा कि वह स्वेच्छा से गाजीपुर नहीं आई, बल्कि उसे अगवा कर लाया गया और यहां छोड़ दिया गया। सोनम ने खुद को इस पूरे घटनाक्रम में पीड़ित बताया है और कहा कि उसका अपहरण कर गाजीपुर में छोड़ा गया।
ढाबे पर मांगा फोन, रोते हुए की परिजनों से बात
गाजीपुर में जिस ढाबे पर सोनम मिली, वहां के स्टाफ के मुताबिक रविवार रात करीब 1 बजे सोनम वहां पहुंची और एक कर्मचारी से फोन मांगा। उसने फोन लेकर अपने घर बात की और करीब 5 मिनट तक रोते हुए बात करती रही। इसी कॉल के आधार पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सोनम को सुरक्षा में लिया गया।
मेघालय पुलिस गाजीपुर रवाना
मेघालय पुलिस की एक टीम सोनम को कस्टडी में लेने के लिए गाजीपुर रवाना हो गई है। टीम पहले वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेगी और फिर वहां से सड़क मार्ग से गाजीपुर जाएगी। पुलिस सोनम को शिलॉन्ग ले जाकर पूछताछ और मामले की गहन जांच करेगी।
जांच का अगला कदम: CCTV फुटेज और कॉल डिटेल्स
गाजीपुर पुलिस अब ढाबे के आसपास के रास्तों पर लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि यह पता चल सके कि सोनम को वहां कौन और कैसे छोड़कर गया।
इधर, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से यह खुलासा हुआ है कि सोनम की राजा रघुवंशी हत्याकांड के मास्टरमाइंड 'राज' से घंटों फोन पर बातचीत होती थी। इससे जांच में साजिश की गंध मिल रही है।
जानबूझकर किया गया था शिलॉन्ग का प्लान?
सूत्रों की मानें तो सोनम ने पूर्व नियोजित तरीके से शिलॉन्ग का टिकट बुक किया था, यानी पूरा मामला एक सोची-समझी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। मेघालय पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या सोनम इस हत्या और भागने की प्लानिंग में शामिल थी?
राजा रघुवंशी की हत्या और सोनम की गुमशुदगी का मामला अब साजिश, अपहरण और हत्या के संगीन शक के दायरे में आ गया है। सोनम के गाजीपुर पहुंचने की कहानी में कई सवाल हैं, जिनके जवाब अब CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और फॉरेंसिक जांच के बाद सामने आएंगे।