भोपाल | गोविंदपुरा
भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित वरुण इंटरप्राइजेज पुट्ठा फैक्ट्री में रविवार शाम लगी आग ने रातभर दमकल कर्मियों को जूझने पर मजबूर कर दिया। 12 घंटे की मशक्कत के बाद सोमवार सुबह तक आग पर नियंत्रण तो पा लिया गया, लेकिन फैक्ट्री में मौजूद पेपर के गत्तों और प्लास्टिक के चलते आग बार-बार सुलगती रही।
कैसे लगी आग?
आग रविवार शाम करीब 7 बजे लगी, जब फैक्ट्री बंद थी। यहां भारी मात्रा में कागज के रोल और प्लास्टिक सामग्री रखी थी, जिसने आग को और विकराल बना दिया। आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास की झुग्गी बस्ती को तुरंत खाली कराना पड़ा।
राहत कार्य में जुटी दमकल टीमें
भोपाल नगर निगम के सभी फायर स्टेशनों से 50 से ज्यादा दमकल वाहन और टैंकर, 10 फायर फाइटर, 2 वाटर बाउज़र, और 8 टैंकर मौके पर पहुंचे। हर टैंकर को औसतन 5 बार पानी भरकर आग बुझाने में लगाया गया।
हालात गंभीर होने पर जेसीबी मशीन भी बुलानी पड़ी, जिससे फैक्ट्री की टीन शेड हटाकर अंदर पहुंचना संभव हो पाया। आग के चलते टीन शेड की छत भी जलकर गिर गई, जिससे अंदर घुसने में फायर कर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इलाके में दहशत का माहौल
आग इतनी भयानक थी कि आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। झुग्गियों के लोग पूरी रात सड़कों पर डटे रहे। स्थिति को संभालने के लिए अशोका गार्डन थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची।
आग लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं
फैक्ट्री बंद होने के कारण आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस और फायर विभाग मामले की जांच में जुटे हुए हैं।
गोविंदपुरा में यह पहली घटना नहीं
गौरतलब है कि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में इससे पहले 1 मार्च को एक केमिकल फैक्ट्री में आग लगी थी। उस आग को बुझाने में भी करीब 7 घंटे का समय लगा था।