भोपाल से अगवा तीन साल का मासूम रक्षम चार दिन बाद मथुरा से सुरक्षित बरामद
भोपाल से अगवा किए गए तीन साल के मासूम रक्षम को आखिरकार पुलिस ने मथुरा के स्यारहा गांव से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद यह सफलता हासिल की। मासूम को उसकी मां ललिता जाटव के सुपुर्द कर दिया गया है, जो बेटे को वापस पाकर भावुक हो उठीं और इसे भगवान का चमत्कार बताया।
मां की मुराद पूरी, बेटे ने चार दिन बाद खाया पहला निवाला
बेटे की वापसी पर ललिता जाटव ने कहा, “भगवान ने मेरी हर मुराद पूरी कर दी। हर बीतते दिन के साथ उम्मीद खत्म हो रही थी, लेकिन चमत्कार हुआ। बेटे ने चार दिन बाद मेरे हाथों से खाना खाया है। यही मेरी सबसे बड़ी खुशी है।” उन्होंने बताया कि अलगाव की वजह से बच्चा बेहद कमजोर हो गया था, लेकिन जिन लोगों के पास वह था, उन्होंने उसका ख्याल रखने की कोशिश की, इसीलिए वह सही सलामत मिला।
कैसे हुआ खुलासा?
7 जून को भोपाल निवासी ललिता जाटव ने अपने बेटे रक्षम के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। सीकर के पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की और मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश तक करीब 700 CCTV फुटेज खंगाले।
जांच में सामने आया कि आरोपी बच्चा लेकर वृंदावन की ओर गया था। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मथुरा जिले के शेरगढ़ थाना क्षेत्र के स्यारहा गांव में दबिश दी और रक्षम को बरामद कर लिया।
आरोपी ने सरपंच को सौंपा बच्चा, खुद हुआ फरार
जब आरोपी को लगा कि पहचान हो चुकी है, तो वह बच्चे को गांव के सरपंच के सुपुर्द कर फरार हो गया। मथुरा पुलिस ने खाटूश्यामजी थाना पुलिस से संपर्क कर बच्चा सुरक्षित होने की सूचना दी। इसके बाद बुधवार को रक्षम को परिजनों को सौंप दिया गया।
बच्चा फिलहाल गुमसुम, मेडिकल जांच में सब ठीक
पुलिस द्वारा कराई गई मेडिकल जांच में बच्चे के शरीर पर किसी तरह की चोट या दुर्व्यवहार के निशान नहीं पाए गए हैं। हालांकि बच्चा अभी भी सदमे में है और ज्यादा बात नहीं कर रहा है।
आरोपी की तलाश जारी
पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली है और गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं। जल्द ही उसे हिरासत में लिया जाएगा।