बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री विकास की बात छोड़कर नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं और उन लोगों के साथ मंच साझा कर रहे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।
“प्रधानमंत्री अपराधियों के साथ मंच साझा कर रहे हैं” — तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,
“क्या प्रधानमंत्री को अनंत सिंह, आनंद मोहन, राज बल्लभ, उल्लास पांडे, सुनील पांडे, मनोरमा देवी साधु-महात्मा लगते हैं?”
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान बिहार की छवि खराब करने वाले चेहरों को मंच पर जगह दी, और कहा कि “विकास की बात करने के बजाय पीएम केवल जुमलेबाजी और गाने गा रहे हैं।”
तेजस्वी ने आगे कहा,
“प्रधानमंत्री कट्टे की बात कर रहे हैं, पता नहीं वो कौन सी वेब सीरीज देख रहे हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी विपिन शर्मा को हवाई अड्डे पर बुलाकर पीठ ठोंकी थी।
“BJP का पाप धो रहा चुनाव आयोग” — तेजस्वी का गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने एक बार फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा,
“भाजपा पाप करती है और चुनाव आयोग उसे धोने का काम करता है। पहले चरण के मतदान के चार दिन बीत गए, लेकिन आयोग ने अब तक महिला और पुरुष वोटरों का डेटा जारी नहीं किया। यह तकनीकी युग में मज़ाक है। आयोग मर चुका है।”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि समस्तीपुर में VVPAT परचियों की गड़बड़ी सामने आई है, लेकिन आयोग चुप है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह पटना में अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं और मतगणना केंद्रों पर CCTV कैमरे बंद किए जा रहे हैं।
“भाजपा शासित राज्यों से बुलाए गए फोर्स”
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर केंद्र सरकार पक्षपात कर रही है।
“208 कंपनियां भाजपा शासित राज्यों से मंगाई गई हैं, जबकि झारखंड, बंगाल, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु से कोई फोर्स नहीं बुलाई गई। 68 फीसदी पुलिस पर्यवेक्षक भी भाजपा राज्यों से हैं।”
उन्होंने कहा कि यह चुनाव धनबल, छल और कपट का खेल बन गया है, लेकिन “बिहारी बाहरी को कब्जा नहीं जमाने देगा।”
“अब बिहार में बदलाव तय है”
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि इस बार बिहार की जनता “इतिहास रचने वाली है।”
“हमने 171 जनसभाएं की हैं और हर जगह लोगों में बदलाव की लहर दिख रही है। 20 साल के शासन में एनडीए ने बिहार को अंतिम पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। अब बिहार के लोगों को बिहार में ही सुविधा चाहिए। कोई छठ और दीवाली में ही घर न आए, बल्कि हमेशा अपने राज्य में रहे।”
उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की जनता रोजगार, शिक्षा और विकास की राजनीति को चुनेगी।