बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले सियासी तापमान चरम पर है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “अब बिहार में कलम की सरकार आने वाली है — जो पढ़ाई, दवाई, कमाई और सिंचाई पर काम करेगी, न कि सुर्खियों पर।”
“BJP का पाप धो रहा चुनाव आयोग” — तेजस्वी का आरोप
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
“भाजपा पाप करती है और चुनाव आयोग उसे धोने का काम करता है। पहले चरण के मतदान को चार दिन हो गए, लेकिन अभी तक यह नहीं बताया गया कि कितनी महिलाओं और पुरुषों ने वोट डाला। यह तकनीकी युग में मज़ाक है। आयोग मर चुका है।”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि समस्तीपुर में बड़ी संख्या में VVPAT परचियां बरामद हुई हैं, लेकिन आयोग ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग घबराए हुए हैं और गृह मंत्री अमित शाह अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि किसे उठाना है और किस पर कार्रवाई करनी है।
“अब बिहार में बदलाव तय है”
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि जनता अब बदलाव के लिए तैयार है। उन्होंने कहा,
“हमने अब तक 171 सभाएं की हैं। हर जगह लोगों में ग़ुस्सा और बदलाव का मूड दिख रहा है। 20 साल के शासन में एनडीए ने बिहार को अंतिम पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया। अब बिहार के लोगों को बिहार में ही सुविधा चाहिए — कोई छठ या दीवाली पर ही घर न आए, बल्कि हमेशा अपने राज्य में रह सके।”
उन्होंने कहा कि 14 नवंबर के बाद बिहार बदलेगा — अब “कलम की सरकार” आएगी, जो युवाओं को रोजगार और शिक्षा देगी।
मोदी-नीतीश पर सीधा हमला
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जनता को “पीछे रखने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
“प्रधानमंत्री बिहार में उद्योग-धंधों की बात नहीं करते, सिर्फ नकारात्मक भाषा बोलते हैं। वह उन लोगों के साथ मंच साझा कर रहे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं — आनंद मोहन, अनंत सिंह, हुलास पांडे जैसे लोग क्या संत हैं?”
तेजस्वी ने तंज कसा कि “भाजपा में शामिल होते ही सबके पाप धुल जाते हैं।”
“कलम राज” का वादा
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो बिहार को पढ़ाई, दवाई, कमाई और सिंचाई में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
“अब बिहार केवल सुर्खियों में नहीं रहेगा। पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा, इलाज के लिए दिल्ली नहीं भागना पड़ेगा। बिहार अपने पैरों पर खड़ा होगा।”